Ghaziabad News: मंगलवार को मेरठ एक्सप्रेसवे के हुए हादसे के बाद भी लोग सचेत नजर नहीं आ रहे हैं. गाजियाबाद में अभी भी मेरठ एक्सप्रेसवे पर काफी संख्या में लोग रॉन्ग साइड गाड़ी चलाते हुए नजर आ रहे हैं. चाहे उसमें दो पहिया वाहन हो कार हो या फिर ट्रैक्टर या फिर सरकारी वाहन हो कोई भी रॉन्ग साइड चलने से गुरेज करता हुआ नजर नहीं आ रहा. 


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हालांकि मंगलवार को हुए हादसे के बाद बस के ड्राइवर और मालिक दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. बावजूद इसके सरकारी इनोवा रॉन्ग साइड दौड़ती हुई दिखाई दी. लगभग 2 किलोमीटर तक रॉन्ग साइड जाती हुई इनोवा वीडियो में कैद हुई, जिसके बाद सरकारी गाड़ी का चालान भी किया गया. इनोवा कार जो कि संपत्ति विभाग के नाम पर रजिस्टर्ड थी, उसका 2000 का चालान किया गया.


दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर रॉन्ग साइड चलने वालों पर पुलिस लगातार कार्रवाई भी कर रही है. पिछले साल 11,797 चालान पुलिस द्वारा केवल रॉन्ग साइड चलने वालों के लिए गए थे. इसके अलावा इस साल अब तक 11765 चालान रॉन्ग साइड वालों की कर दिए गए. बावजूद इसके लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रॉन्ग साइड जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. 


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इसके साथ जब हमारी ज़ी मीडिया की टीम ने एनएचएआई (NHAI) के मेरठ दिल्ली एक्सप्रेसवे पर लगाए कैमरा की बाबत पूछा तो एडीसीपी ट्रैफिक रामानंद कुशवाहा ने बताया एनएचएआई द्वारा मनाया गया कंट्रोल रूम केवल ओवर स्पीड पर कार्य कर रहा है. इसके अलावा अभी अन्य ट्रैफिक उल्लंघन पर ध्यान नहीं दे रहा है.


यदि एनएचएआई के साथ संबंध में बेहतर हो तो ट्रैफिक नियमों के अच्छे से पालन कराया जा सकता है. यदि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बने कंट्रोल रूम ने कंट्रोल रूम से रॉन्ग साइड आती बस की सूचना ट्रैफिक पुलिस को दे दी होती तो शायद हादसा होने से बच जाता, ट्रैफिक पुलिस को इस बाबत कोई सूचना नहीं दी गई न ही अपनी तरफ से उसे रोकने के प्रयास किए गए, जबकि उनके पास अपनी कंट्रोल व्हीकल और कर्मचारी भी है.


वहीं दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर जब रॉन्ग साइड चल रहे लोगों से बातचीत की और मंगलवार के सुबह हुए हादसा के बारे में बताते हुए सवाल किए तो तो लोग बहानेबाजी करते हुए नजर आए. किसी ने जल्दी का हवाला दिया तो किसी ने ट्रैफिक का, किसी ने गाड़ी खराब होने का कहीं न कहीं लोग अपनी जान जोखिम में डालकर रॉन्ग साइड चलने से गुरेज करते नजर नहीं आ रहे थे.


Input: पियुष गौर