RSS पथ संचलन विवाद: BJP नेताओं पर कार्रवाई से नंदकिशोर गुर्जर भड़के, कमिश्नरेट सिस्टम पर उठाए सवाल
Advertisement

RSS पथ संचलन विवाद: BJP नेताओं पर कार्रवाई से नंदकिशोर गुर्जर भड़के, कमिश्नरेट सिस्टम पर उठाए सवाल

RSS 25 दिसंबर को बलिदान दिवस पर मनाते हुए छोटे बच्चों द्वारा पथ संचलन कर रहा था. इस दौरान एक स्कूटी सवार से कार्यकर्ताओं के बीच कहा सुनी हो गई थी. इस पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था.

RSS पथ संचलन विवाद: BJP नेताओं पर कार्रवाई से नंदकिशोर गुर्जर भड़के, कमिश्नरेट सिस्टम पर उठाए सवाल

पीयूष गौड़/गाजियाबाद: आरएसएस (RSS) के पथ संचलन के दौरान हुए विवाद ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. इसके बाद दो राजनीतिक पार्टियों के लोग आमने-सामने आ गए हैं. वहीं लोनी विधानसभा से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.

ये भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा में प्रश्नकाल सत्र, विधायकों के इन सवालों पर घिरी मनोहर सरकार

आपको बताते चलें कि परसों हुए आरएसएस के पथ संचलन कार्यक्रम में बलिदान दिवस मनाते हुए छोटे बच्चों द्वारा पथ संचलन किया जा रहा था. इसमें एक स्कूटी सवार की स्कूटी निकालने को लेकर कुछ कार्यकर्ताओं से गहमागहमी हो गई. स्कूटी सवार बाद में अपने परिजनों के साथ आकर RSS कार्यकर्ताओं से भिड़ गया और नौबत मारपीट तक पहुंच गई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है, जिसके बाद मामला थाने तक पहुंचा स्कूटी सवार युवक आरएलडी (RLD) से जुड़ा हुआ था. इसके बाद दोनों पक्षों के भारी संख्या में कवि नगर थाने पर इकट्ठा हो गए. इसके बाद कवि नगर थाने पर नारेबाजी हंगामा और प्रदर्शन होने लगा तब पुलिस ने दोनों तरफ से शिकायत ले दोनों पक्षों पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया. वहीं पुलिस ने एक पक्ष के 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया.

दोनों पक्ष की तरफ से FIR लिखे जाने से अब राजनीतिक माहौल गरमा गया है. बीजेपी के नेता अब पुलिस पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर पर तमाम तरह के आरोप लगाए. उन्होंने कमिश्नर की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए. कहीं न कहीं उन्होंने पूरी कमिश्नरी को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया.

लोनी विधायक ने नोएडा और गाजियाबाद में उच्च अधिकारियों की तैनाती पर कहा कि यहां अधिकारी मलाईदार पोस्ट पाकर लूटने की सोच रखते हैं. यह लूट की नगरी है और चीजों को बैलेंस करने के लिए इस तरह के कार्य किए जाते हैं. उन्होंने बीजेपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मयंक गोयल और अन्य कार्यकर्ताओं पर 307 जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज करने को पुलिस अधिकारियों की दबाव में काम करने की कार्यशैली बताते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत करने की बात कही.

Trending news