Noida News: यमुना प्राधिकरण ने अगले पांच साल के लिए अपना एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. इस एक्शन प्लान के चलते आने वाले समय में प्राधिकरण और किसानों के बीच आबादी और अन्य मुद्दों पर टकराव नहीं होगा. 2048 मास्टर प्लान में जो भी सेक्टर आ रहे हैं उनके 40 गांव से जमीन ली जाएगी. प्राधिकरण करीब 14000 करोड़ की जमीन खरीदेगा और इनके डेवलपमेंट में 63000 करोड़ रुपये खर्च करेगा.  


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तैयार हुआ एक्सेल प्लान
किसानों से बीच विभिन्न मुद्दों पर टकराव से बचने के लिए प्राधिकरण ने एक एक्सेल प्लान को तैयार किया है. दूसरी ओर, प्राधिकरण ने गांवों की सीमाओं को चिन्हित करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है.  सर्वे से यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस गांव की कितनी आबादी है, कहां निर्माण हुआ है और कौन सी जमीन खाली है. सर्वे के आधार पर ही प्राधिकरण जमीनों का अधिग्रहण करेगा.


5 वर्षों के लिए तैयार किया प्लान
एक मीडिया रिपोर्ट ने यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के हवाले से लिखा है कि प्राधिकरण आने वाले 5 वर्षों के लिए अपना प्लान तैयार किया है. इसमें, मन्थ वाइज, सेक्टर वाइज, लैंड वाइज प्लान शामिल हैं. उन्होंने कहा, कुल मिलाकर इस पूरे काम में 77000 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा. भविष्य में कोई परेशानी न हो. इसके लिए गांवों का ड्रोन से सर्वेक्षण किया गया  है.  


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40 गांव की जमीनों को खरीदेगा प्राधिकरण
डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया इस योजना में तृथली, चकबीरमपुर, कुरेब, मुरादगड़ी, टप्पल बाजना, आकलपुर, रन्हेरा, कल्लूपुरा, जोनचाना और फाजीलपुर समेत 40 गांवों की जमीन यमुना प्राधिकरण खरीदेगा. 40 गांवों की जमीन पर सेक्टर-28, 29,32,21,33,22E, 12D और 10 विकसित किए जाएंगे. साथ ही टप्पल बाजना गांव की जमीन पर अर्बन सेंटर, सेक्टर-6,7,8,5 और लाजिस्टिक पार्क बनाए जाएंगे. सेक्टर के चारों ओर सड़क बनाई जाएगी ताकि कोई अवैध निर्माण न हो. इस सबके लिए प्लानिंग की जा रही है.