Gurugram Crime: गुरुग्राम में एक दुकान और घर को बम से उड़ाने की धमकी का मामला सामने आया है. पूछताछ में सामने आया कि इनमें से दो आरोपी व्यवसायी की दुकान पर सामान लेने जाते थे. दोनों आरोपी, जिस कंपनी में काम करते थे वहां मिलने वाली तनख्वाह उन्हें बेहद कम लगती थी. ऐसे में उन्होंने जल्द रुपये कमाने के लिए यह प्लान बनाया और इस घटनाक्रम में कई अन्य साथियों को शामिल किया.
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Gurugram Crime: दुकान और घर को बम से उड़ाने की धमकी देकर एक दुकानदार से 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने यह काम वसूलने के लिए दुकानदार के पास एक लेटर भेजा, जिसमें मेमोरी कार्ड चिपकाया हुआ था. इस मेमोरी कार्ड में कुछ धमाके के वीडियो के साथ एक ऑटोमेटिक एक्सप्लोसिव डिवाइस की वीडियो भी थी.
पुलिस को शिकायत देने से पहले दुकानदार ने डर के मारे इन आरोपियों को 2 लाख रुपये दे दिए थे. आरोपियों के बताए गए स्थान यमुना एक्सप्रेसवे पर यह रुपए लेने के बाद आरोपियों ने व्यवसायी पर और अधिक दबाव बनाना शुरू किया जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया.
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एसीपी क्राइम वरुण दहिया के मुताबिक शिवाजी नगर थाना पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद मामले को जांच के लिए अपराध शाखा को सौंपा दिया है. अपराध शाखा ने कार्रवाई करते हुए मामले में चाचा भतीजा सहित तीन आरोपियों को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. शुरुआती पूछताछ में सामने आया कि इनमें से दो आरोपी गुरुग्राम में ही रहते थे और वह इस व्यवसायी की दुकान पर सामान लेने जाते थे. दोनों आरोपी, जिस कंपनी में काम करते थे वहां मिलने वाली तनख्वाह उन्हें बेहद कम लगती थी. ऐसे में उन्होंने जल्द रुपये कमाने के लिए यह प्लान बनाया और इस घटनाक्रम में कई अन्य साथियों को शामिल किया.
पुलिस की माने तो पकड़े गए एक आरोपी को इलेक्ट्रॉनिक का काम आता था. इसके बाद उसने अलार्म घड़ी सहित कुछ अन्य सामान के जरिए एक ऑटोमेटिक एक्सप्लोसिव बम का सर्किट तैयार किया और इसकी एक वीडियो बनाई. करीब 10 मिनट की इस वीडियो में टाइमर सेट करने के बाद बम फट जाता है. इस वीडियो का डर दिखाकर आरोपी ने अपनी साथियों के साथ मिलकर व्यवसायी को धमकी दी और 20 लाख रुपये की डिमांड की.
पुलिस ने बताया कि पहले तो व्यवसायी ने पुलिस को सूचना नहीं दी और आरोपियों द्वारा बताए गए स्थान यमुना एक्सप्रेसवे पर पहली किस्त 2 लाख रुपये दे दी. इसके बाद आरोपियों ने जब व्यवसायी पर दबाव बनाना शुरू किया तो उसने पुलिस को शिकायत दी. फिलहाल, पुलिस ने आरोपियों का अदालत में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और उनके अन्य साथियों की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश दी जा रही है. पुलिस का कहना है कि आरोपियों से रिमांड के दौरान रुपये बरामद करने के साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि जो डिवाइस इन्होंने वीडियो में दिखाया है वह कहां से लाए हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
(इनपुटः योगेश कुमार)