योगेश कुमार/गुरुग्राम: 'वारिस पंजाब दे' के चीफ अमृतपाल को न केवल पंजाब बल्कि देशभर की पुलिस गिरफ्तार करने के लिए नाकेबंदी और छापेमारी कर रही है. वहीं अब पंजाब का सिख समाज भी अमृतपाल के खिलाफ खड़ा हो गया है. गुरुग्राम में सिख समाज के लोगों की तरफ से अमृतपाल के खिलाफ और भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव के पक्ष में एक बाइक तिरंगा यात्रा का आयोजन किया. इस बाइक रैली के जरिये सिख समाज ने कहा कि अमृतपाल आज देश का गद्दार है और देश के गद्दार को अफगानिस्तानी तरीके से बीच चौराहे पर फांसी देनी चाहिए, क्योंकि अमृतपाल देश का गद्दार तो है ही साथ ही समुदाय का गद्दार भी है.


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सिख समुदाय के लोगों की मानें तो सिख एक ऐसी कौम है जो तिरंगे में लिपटकर आने वाली कौम है और आज चाइना जैसे देशों की सेना भी सिख रेजीमेंट से डरती है. गुरुग्राम में करीब 3500 बाइक राइडर्स ने अमृतपाल के खिलाफ 30 किलोमीटर तिरंगा बाइक यात्रा निकाली और कहा कि अमृतपाल हिंदुस्तानी नहीं है और न ही अमृतपाल को हिंदुस्तानी दर्जा मिलना चाहिए.


गुरुग्राम में अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए निकली बाइक रैली में जहां 3500 से ज्यादा बाइक राइडर्स ने हिस्सा लिया तो वहीं इस तिरंगा बाइक यात्रा में भगत सिंह के भतीजे किरनजीत और सुखदेव के पौत्र अनुज थापर ने भी शिरकत की. इस दौरान भगत सिंह के भतीजे कि किरनजीत ने कहा कि पंजाब की सारी जनता आज देशभक्त है और कुछ ऐसे देश के गद्दारों की वजह से पंजाब की बदनामी हो रही है. आज पंजाब भगत सिंह के दिखाए हुए रास्ते पर चल रहा है तो वहीं पूरा सिख समाज भी आज अमृतपाल के विरोध कर रहा है. इस यात्रा को हरी झंडी दिखाने पहुंचे सुखदेव सिंह के पौत्र अनुज थापर ने कहा कि जो देश को तोड़ने वाला है वह कभी भी असली सिख नहीं हो सकता. सिख धर्म तो वह धर्म है जब देश पर आक्रमण हो रहे थे और हर घर से एक युवक एक देश की रक्षा के लिए सिख बना था. वहीं अमृतपाल के साथ रह रहे पंजाब के भटके हुए युवकों के बारे में कहा कि आज हमें ऐसे युवाओं की जरूरत नहीं है, जो सिर्फ नारे लगाते हैं. बल्कि हमें ऐसे युवाओं की जरूरत है, जो तिरंगे की अहमियत को समझते हैं. 


बहराल एक तरफ जहां लगातार अमृतपाल पुलिस से बचता फिर रहा है तो वहीं अब सिख समाज भी गद्दार अमृतपाल के खिलाफ खड़ा हो गया है. अब देखना यह होगा कि सिख समाज के इस प्रदर्शन से पुलिस को कितनी राहत मिलती है और कब तक अमृतपाल पुलिस की गिरफ्त में आ पाता है.