Gurugram News: गुरुग्राम में एक निर्माणधीन अंडरपास में बम ब्लास्ट हो गया. इससे पूरा इलाका दहल गया. यह ब्लास्ट गुरुग्राम के सेक्टर-104 धनवापुर में हुआ. यहां अंडरपास निर्माण के दौरान एक स्लैब को तोड़ने के लिए ठेकेदार द्वारा यहां ब्लास्ट कराया गया. यह ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पूरा इलाका हिल गया. आसपास के कई मकानों में दरार आने के साथ ही घर की खिड़कियों में लगे शीशे टूट गए. पास ही खड़ी गाड़ी में भी इस ब्लास्ट से शीशे टूट गए. 


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यह खौफनाक मंजर पास ही लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. पूरा घटनाक्रम रात करीब ढाई बजे हुआ. धमाके के बाद नींद में सो रहे लोग झटका लगने से उठे. मानों ऐसा लग रहा था कि जोरदार भूकंप आया हो। लोगों की मानें तो धमाके की आवाज भी इतनी जोरदार थी कि उनके कान तक बंद हो गए.


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दरअसल रेलवे द्वारा धनवापुर फाटक पर अंडरपास का निर्माण किया जा रहा है. इसकी एक स्लैब को तोड़ने के लिए ठेकेदार द्वारा इसमें विस्फोटक लगाकर धमाका किया गया, जिसके बाद यहां के लोग सहम गए. इस धमाके के कारण मलबे और सरिए के टुकड़े करीब 150 मीटर दूर तक जा गिरे. आसपास के कई मकानों और दुकानों में दरारें आने के साथ ही एक समाधि भी क्षतिग्रस्त हो गई. यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. घटना की सूचना पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी.


वहीं लोगों का आरोप है कि इस घटना की जानकारी रेलवे के अधिकारियों को दी गई और अधिकारी मौके पर भी पहुंचे, लेकिन अपनी मनमानी करते हुए वह उल्टा लोगों को ही धमकाकर वापस चले गए.


आपको बता दें कि अंडरपास निर्माण कार्य शुरू होने से लेकर आज तक यह विवादों में रहा है, जिस स्लैब को विस्फोटक लगाकर तोड़ा गया है. उसका लेंटर डालने के लिए जब शेटरिंग की जा रही थी तो यह शेटरिंग गिर गई थी, जिसमें तीन मजदूर दब गए थे. इसमें से एक की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. अभी यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि यहां कार्य कर रहे ठेकेदार ने स्लैब तोड़कर नई स्लैब डालने के लिए इसमें विस्फोट करना शुरू कर दिए. लोगों की मानें तो दो महीने से रोजाना छोटे-छोटे ब्लास्ट कर स्लैब तोड़ी जा रही थी, लेकिन सोमवार रात को इसमें जोरदार धमाका हुआ, जिसके कारण पूरा इलाका हिल गया. मकानों में आई दरार, पेड़ों पर लगी सरियों की चोट इस धमाके के हालात खुद बयां कर रहे हैं. यदि इस दौरान कोई व्यक्ति यहां से गुजर रहा होता तो उसकी जान भी जा सकती थी.


आपको बता दें कि इस अंडरपास का निर्माण पीडब्ल्यूडी और रेलवे द्वारा मिलकर किया जा रहा है. फिल्हाल यहां रेलवे की तरफ से कार्य कराया जा रहा था. प्रशासन की तरफ से दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान की स्टेज-4 लागू की हुई है. बावजूद इसके भी ठेकेदार द्वारा विस्फोट कर स्लैब को तोड़ा जाना काफी चिंता का विषय है.


इस घटना के कारण पूरा क्षेत्र करीब एक घंटे तक धूल के गुब्बार में गुम रहा. लोगों की मानें तो करीब एक घंटे तक क्षेत्र में ऐसा माहौल रहा जैसे धूल भरी आंधी चली हो. इस ब्लास्ट के बाद से ठेकेदार और उसके श्रमिक सहित अधिकारी फरार हैं. देर रात को ब्लास्ट करने के बाद सुबह कुछ मिनटों के लिए रेलवे के अधिकारी जरूर मौके पर आए थे. लोगों का आरोप है कि वह कार्रवाई के नाम पर उल्टा उन्हें ही धमकाकर ब्लास्ट होने की बात को ही झुटलाकर चले गए.


सूचना मिलते ही राजेंद्रा पार्क थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जिसने फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया है. पुलिस को मौके से बिजली की तार भी मिली है, जो ब्लास्ट के स्थान से रेलवे लाइन तक जा रही है. पुलिस का मानना है कि इस तार की मदद से ब्लास्ट किया गया होगा. इसके लिए जो भी उपकरण प्रयोग किए गए होंगे, वह सभी रेलवे लाइन के पास ही रखे गए होंगे. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार ही आगामी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुलिस यह भी जांच रही है कि इस ब्लास्ट को करने से पहले क्या ठेकेदार द्वारा कोई विभागीय अनुमति ली गई थी या नहीं.


Input: Yogesh Kumar