गुरुग्राम: एक बार फिर गुरुग्राम में ज़ी मीडिया की खबर का असर देखने को मिला है. जहां साइबर सिटी गुरुग्राम के सिविल अस्पताल में घंटों तक बिजली गुल होने के मामले में जिला उपाध्यक्ष द्वारा एक जांच कमेटी गठित की गई है. जो कि इस पूरे मामले की जांच करेगी. 


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दरअसल, सोमवार यानी 17 अप्रैल को गुरुग्राम के सेक्टर 10 के सिविल अस्पताल में 21 घंटे बिजली गुल रही थी इस मामले को लेकर ज़ी मीडिया ने प्रमुखता के साथ दिखाया. 21 घंटे सिविल अस्पताल में बिजली गुल रहने के पीछे आखिर कौन जिम्मेदार था. इसके लिए बिजली मंत्री को भी इसके के बारे में बताया गया था. उनके इस मामले को संज्ञाने में लेने के कुछ घंटे बाद बिजली आ गई थी, लेकिन अगले दिन यानी मंगलवार को फिर से 5 घंटे के लिए बत्ती गुल हो गई थी. 


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इसी को ध्यान में रखते हुए जिली उपाध्यक्ष द्वारा एक कमेटी गठित की गई और उस कमेटी की जिम्मेदारी है कि वह मामले की जांच करें. जो भी इस मामले में जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. इसके साथ-साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों ने जी मीडिया का धन्यवाद भी किया और कहा कि जी मीडिया इस खबर को प्रमुखता से नहीं दिखाता तो शायद बिजली सप्लाई सुचारू रूप से नहीं शुरु होती. वहीं आपको बता दें कि अब पिछले 48 घंटे से बिजली सप्लाई सुचारू रूप से आ रही है और जो इलाज में देरी हो रही थी, वह अब समय पर मरीजों को इलाज मिल रहा है. 


वहीं आपको बता दें कि बत्ती गुल होने का कारण केबल में शॉट सर्किट बताया गया. जिसके लिए अब विकल्प के तौर पर अंडरग्राउंड केबल को जमीन से ऊपर जोड़ा गया है और एक नई अंडरग्राउंड केबल भी डाली गई है. साथ ही एक 360 KV का जैंसेट रेंट पर लेकर सिविल अस्पताल में लगा दिया गया है. जिससे कि बिजली सेवा बाधित होने पर इन विकल्प का प्रयोग किया जा सके और 24 घंटे सिविल अस्पताल में बिजली सप्लाई होती रहे. बहराल अब देखना होगा जिला पंत द्वारा गठित की गई कमेटी की जांच में कौन गुनहेगार साबित होता है. 


Input: योगेश कुमार