Hisar News: देश के साथ ही अब हरियाणा में भी  H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस जानलेवा हो रहा है. राज्य में लगातार इस वायरस के मरीज सामने आ रहे हैं. गुरुवार को रेवाड़ी में H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस से संक्रमित 4 महीने की मासूम की मौत के बाद अब हिसार में भी एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. हालांकि ये मरीज पंजाब का रहने वाला बताया जा रहा है. वहीं अब साइबर सिटी गुरुग्राम में भी एक व्यक्ति में वायरस की पुष्टि हुई है. 


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हिसार में पहली मौत
H3N2 इन्फ्लूएंजा से हिसार में एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है, इस वायरस से हिसार में यह पहली मौत है. मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के रहने वाले 40 वर्षीय शख्स को इलाज के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसकी मौत हो गई. मृतक को पहले से कई और बीमारियां थीं और उसे सर्जरी के लिए हिसार लाया गया था. हिसार के स्वास्थ विभाग ने इस बारे में पंजाब सरकार को सूचना भेज दी है.डॉ सुभाष खतरेजा ने बताया कि हिसार में H3N2 इन्फ्लूएंजा से निपटने के लिए पुख्ता तैयारियां की गई है, उन्होंने आमजन को आगाह करते हुए इस वायरस से बचने की सलाह दी है. 


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गुरुवार को 4 महीने की मासूम ने तोड़ा दम
गुरुवार को रेवाड़ी में  H3N2 इनफ्लुएंजा से पीड़ित 4 महीने की मासूम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मिली जानकारी के अनुसार, उसे निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां H3N2 इनफ्लुएंजा वायरस की भी पुष्टि हुई. गुरुवार को सुबह बच्ची को नींद के दौरान हार्ट अटैक आ गया और उसकी मौत हो गई.


क्या है H3N2 इन्फ्लूएंजा?
H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप है, जो तेजी से  म्यूटेट करता है और लोगों को अपना शिकार बनाता है. इस वायरस को हांगकांग फ्लू के नाम से भी जाना जाता है.यह H1N1 की तरह ही एक वायरस है, जो पहले जानवरों में होता था और अब यह इंसानों को संक्रमित कर रहा है. यह वायरस हमारे शरीर में बनने वाली व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) को कम कर देता है, जिसकी असर इम्यूनिटी पर पड़ता है.  
 


H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ होना
- लगातार तेज बुखार का होना
- छाती या पेट में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- कमजोरी और चक्कर आना
- पुरानी बीमारी का दोबारा उभरना
- सर्दी-जुकाम और तेज खांसी का होना


H3N2 इन्फ्लूएंजा इन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक
- 5 साल से कम उम्र के छोटे बच्चे
- 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग
- प्रेग्नेंट महिलाएं
- सांस और अस्थमा के मरीज
- डायबिटीज के मरीज
- कैंसर के मरीज


H3N2 इन्फ्लूएंजा से कैसे करें बचाव
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं
- खांसते व छींकते समय नाक को कवर कर लें
- प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें
- बाहर की तली-भुनी चीजों का कम से कम सेवन करें
- हाथ धुलते रहें
- ज्यादा पानी पिएं
- बुखार होने पर पेरासिटामोल लें
- 2-3 दिन से ज्यादा बुखार रहने पर डॉक्टर की सलाह लें 


Input- Rohit Kumar