Stubble Burning Ban: फतेहाबाद में धारा 144 लागू, पराली न जलाने के आदेश
Section 144 Imposed in Fatehabad: फतेहाबाद के जिलाधीश ने आज फतेहाबाद जिले में धारा 144 लागू कर पराली न जलाने के आदेश दिए हैं. आदेशों में कहा गया है कि पराली/फसलों के अवशेषों को जलाना पूर्णतया प्रतिबंधित है, अवेहलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है.
Fatehabad News: धान की कटाई शुरू होने के साथ ही प्रशासन अलर्ट हो चुका है और पराली को जलाने पर प्रतिबंध लगाया और इसी के साथ फतेहाबाद जिले में धारा 144 लागू की गई. आदेशों की अवेहलना करने पर कार्रवाई की जा सकती है. साथ ही प्रशासन ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की है.
बता दें कि खेतों में जलाए जाने वाली पराली प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है. धान की कटाई की सीजन आते ही एक बार फिर से यह चुनौती प्रशासन के सामने है. प्रशासन हर तरह की रणनीति अपनाने में लगा ताकि किसानों को पराली जलाने से रोका जा सके. कटाई के शुरुआती दिनों अब तक 6 स्थानों पर पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं. अब प्रशासन लोगों को जागरुक करने के साथ-साथ सख्ती करने के मूड में नजर आ रहा है.
फतेहाबाद के जिलाधीश ने आज फतेहाबाद जिले में धारा 144 लागू कर पराली न जलाने के आदेश दिए हैं. आदेशों में कहा गया है कि पराली/फसलों के अवशेषों को जलाना पूर्णतया प्रतिबंधित है, अवेहलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है. वहीं दूसरी तरफ किसानों को समझाने और जागरुक करने का क्रम भी जारी है. किसानों को जागरुक करने के उद्देश्य से जहां विभागीय टीमें लगी हुई हैं, वहीं ऑडियो-विडियो वैन भी गांव-गांव जाकर पराली जलाने के नुकसान के बारे में बता रही हैं. आज अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा ऐसी ही वैनो को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया है.
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अधिकारियों का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल यही है कि फतेहाबाद जिले में पराली जलाने के मामलों को रोका जा सके. उन्होंने बताया कि पराली प्रबंधन की तकनीक को अपनाने वाले किसानों को सरकार प्रोत्साहन राशि दे रही है, किसानों की पराली खरीदी भी जा रही है, ऐसे में किसानों को पराली न जला कर उनका प्रबंधन करना चाहिए ताकि पराली के जलने से होने वाले नुकसान पर अंकुश लग सके.
वहीं फतेहाबाद जिले में धान कटाई के शुरुआती चरण में ही पराली जलाने के 6 मामले अब तक सामने आ चुके हैं. सैटेलाईट इमेजिज से प्राप्त लोकेशन के आधार पर विभागीय टीमें मौके पर पहुंची हैं और पराली में आग लगाने वाले किसानों से जुर्माना भी वसूला गया हैं. कृषि अधिकारी ने बताया कि गांवों में निगरानी रखने के लिए निगरानी टीमें भी गठित की गई हैं, जो आगजनी की घटनाओं पर नजर रखेंगी और आगजनी की घटनाओं को रोंकेगी. उन्होंने किसानों से अपील की है कि पर्यावरण और आमजन के हित में पराली को न जलाएं.
Input: Ajay Mehta