Haryana budget session 2024: कड़ी सुरक्षा के साथ शुरू होगा हरियाणा विधानसभा बजट सत्र, सुरक्षा कर्मचारी की भवन में नो एंट्री
Haryana budget session 2024: हरियाणा विधान सभा को लेकर कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के चलते हर तरह की सावधानी बरतें. साथ मंत्री या विधायक के साथ उनके सुरक्षा कर्मचारी भवन में प्रवेश नहीं करेंगे.
Haryana budget session 2024: हरियाणा बजट सत्र की शुरुआत 20 फरवरी सुबह 11 बजे से राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू होने जा रही है. यह बजट सत्र 28 फरवरी तक चलने वाला है. इसके पश्चात कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित रहेगी. कार्यवाही की पुन: शुरुआत शोक प्रस्ताव से होगी. इसके बाद महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा शुरू होगी, जो 21 फरवरी तक जारी रहने वाली है. 23 फरवरी को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल बजट प्रस्तुत करेंगे. 24 और 25 फरवरी को तदर्थ समितियां बजट का विस्तृत अध्ययन करेंगी. इसके बाद 26 और 27 को बजट अनुमानों पर चर्चा होगी. 28 को समितियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी.
हरियाणा विधान सभा में रहेगी कड़ी सुरक्षा
दिल्ली के संसद में हुई घटना से सबक लेने के बाद हरियाणा विधान सभा में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. विधान सभी परिसर में शाम को एक भी विधायक के रहने तक चाक-चौबंद सुरक्षा रहेगी. विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कड़े निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के चलते हर तरह की सावधानी बरतें. विधान सभा परिसर के बाहर किसी भी प्रकार के रोष प्रदर्शन की अनुमति नहीं रहेगी.
ये भी पढ़ेंः Kisan Andolan 2024: 21 से 23 तक किसानों का 'दिल्ली कूच' का ऐलान, केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर नहीं बनी मंजूरी
विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने सोमवार को हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा संबंधी कड़े निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा का विशेष ख्याल रखना होगा. इस बार दर्शक दीर्घा में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को डिजीटल माध्यम से प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे. इससे पूर्व संबंधित व्यक्ति की पूरी जानकारी कंप्यूटरीकृत की जाएगी. इसके बाद विधान सभा के बाहर सुरक्षा कर्मचारी बारकॉड से पास की स्क्रीनिंग करेंगे. इससे दर्शक की पूरी जानकारी एलईडी स्क्रीन पर डिस्प्ले होगी.
उन्होंने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सभी जानकारी प्रामाणित होने के पश्चात ही विधान सभा परिसर में प्रवेश मिल सकेगा. मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष और विधान सभा उपाध्यक्ष के अलावा किसी भी मंत्री या विधायक के साथ उनके सुरक्षा कर्मचारी विधान भवन में प्रवेश नहीं करेंगे. विधान भवन में पंजाब के साथ साझा सभी 7 रास्ते भी बंद किए जा रहे हैं. विधान सभा के सत्र के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा प्रबंध पुख्ता किए गए हैं. इसके लिए उन्होंने हरियाणा, पंजाब और यूटी चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारियों की समन्वय कमेटी बनाने के भी निर्देश दिए है.
उन्होंने आगे कहा कि इस कमेटी में शामिल अधिकारी वाट्सऐप ग्रुप पर एक दूसरे से जुड़े रहेंगे. इसके साथ ही चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से सत्रावधि के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की जाएगी. किसी भी मामले में कार्रवाई के लिए चंडीगढ़ पुलिस भी मौके पर मौजूद रहेगी. बैठक में तय हुआ है कि सत्र के दौरान किसी भी आम या खास को हथियार के साथ प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
(इनपुटः विजय राणा)