Manohar Lal News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज श्रमिकों के बच्चों दी जाने वाली छात्रवृति राशि में बढ़ोतरी की है और साथ ही दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाया गया है.
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New Parliament Inaugration: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज नई दिल्ली से ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मगार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों व उनके बच्चों से सीधा संवाद किया. जहां उन्होंने देश को नई ससंद की सौगात मिलने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वैदिक विधि विधान के साथ संसद भवन का उद्घाटन कर देशवासियों को गौरवान्वित किया. इस अवसर पर पीएम ने संसद भवन के निर्माण में श्रमिकों के योगदान को महत्व देते हुए श्रमिकों को सम्मानित भी किया.
CM ने श्रमिकों के बच्चों दी जाने वाली छात्रवृति राशि में की बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के इसी मार्गदर्शन पर चलते हुए हरियाणा सरकार भी श्रमिकों को पूरा सम्मान दे रही है. उन्होंने कहा कि हर निर्माण में श्रमिकों का अहम योगदान है और श्रमिकों के बल पर ही आज देश आत्मनिर्भर बन रहा है. इसी दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए सीएम ने हरियाणा श्रम कल्याण बोर्ड द्वारा श्रमिकों के बच्चों को दी जाने वाली छात्रवृति राशि को बढ़ाने की घोषणा की. उन्होंने कक्षा 9वीं से 10वीं तक मिलने वाली 7 हजार रुपये की राशि, कक्षा 11वीं से 12वीं तक 7750 रुपये और उच्च शिक्षा के लिए 8500 रुपये की राशि को बढ़ाकर तीनों श्रेणियों में बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया है.
श्रमिकों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
वहीं श्रमिकों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने उनके लिए जितनी भी योजनाएं चलाई है, उससे उन्हें काफी लाभ मिला है. ज्यादातर श्रमिकों ने उनके बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया और कहा कि वे खुद श्रमिक है, लेकिन हम अपने बच्चों को शिक्षा देकर जीवन में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना का सपना रखते हैं. इस सपने को पूरा करने में मुख्यमंत्री मनोहर लाल उनका सहारा बने हैं.
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हरियाणा के इन गांवों में खोली जाएगी लाइब्रेरी
रेवाड़ी जिले के निमोठ गांव की भावना ने शिक्षा में दी जा रही वित्तीय सहायता के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और गांव में एक लाईब्रेरी बनाने की अपील की. इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत ही निमोठ गांव के लिए लाईब्रेरी बनाने को मंजूरी प्रदान की. इसी तरह से पलवल जिला से जुड़े आकाश के पिता ने भी मुख्यमंत्री से लाईब्रेरी बनाने का अनुरोध किया. इसके लिए भी मुख्यमंत्री ने मंजूरी प्रदान दी और पलवल के औरंगाबाद गांव में आर्य समाज मंदिर में लाईब्रेरी खोली जाएगी.
देश के आर्थिक विकास में श्रमिकों की रहती है महत्वपूर्ण भूमिका
मनोहर लाल ने कहा कि किसी भी देश के आर्थिक विकास में श्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. भूमि, पूंजी, उद्यमिता और श्रम ऐसे 4 आधार स्तंभ हैं, जिन पर हर देश की अर्थव्यवस्था का निर्माण होता है. इनमें से चौथा स्तंभ श्रम सबसे महत्वपूर्ण है. हमारी संस्कृति में तो श्रमिकों के प्रति सदा से ही आदर का भाव रहा है, इसीलिए श्रमिकों को महान शिल्पी विश्वकर्मा की संज्ञा दी गई है. उन्होंने कहा कि हरियाणा विकास के मामलों में नई बुलंदियां छू रहा है. इसका श्रेय भी प्रदेश के मेहनतकश श्रमिकों को जाता है. इनके बल पर ही हरियाणा देश में सबसे तेजी से प्रगति करने वाला राज्य बन गया है. प्रदेश सरकार श्रम शक्ति के कल्याण, उत्थान और खुशहाली के लिए प्रतिबद्ध है,. प्रदेश सरकार ने श्रमिकों के कल्याण व उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई हैं.
पीएम श्रम योगी मान-धन योजना के तहत असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण में प्रथम स्थान पर हरियाणा
साथ ही सीएम ने कहा कि राज्य सरकार का ध्यान केवल संगठित क्षेत्र पर ही नहीं, बल्कि असंगठित क्षेत्र पर भी है. हरियाणा में आज लगभग 25 प्रतिशत श्रमिक संगठित क्षेत्र में और 75 प्रतिशत श्रमिक असंगठित क्षेत्र में कार्यरत हैं. प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना के तहत असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण करने में हरियाणा देश में प्रथम स्थान पर है. अब तक इस योजना के तहत 8 लाख 19 हजार 564 लाभर्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है. मनोहर लाल ने कहा कि वही समाज व वर्ग प्रगति करेगा, जिसके बच्चे शिक्षित होंगे, इसलिए हमारी सोच है कि आर्थिक तंगी के कारण किसी भी परिवार का बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे. इसलिए राज्य सरकार श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा के लिए कई तरह की छात्रवृत्तियां व वित्तीय सहायता दे रहे हैं. श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए पहली कक्षा से स्नातकोत्तर तक 20 हजार रुपये वार्षिक तक की आर्थिक सहायता दी जा रही है. तकनीकी और व्यावसायिक संस्थानों में पढ़ रहे बच्चों के छात्रावास का 1 लाख 20 हजार रुपये वार्षिक तक का खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाता है.
दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली सहायता राशि को बढ़ाया
साथ ही मनोहर लाल ने मनोहर लाल ने पंजीकृत श्रमिकों के शारीरिक अथवा मानसिक रूप से अक्षम व दिव्यांग बच्चों को दी जाने वाली सहायता राशि 2,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये मासिक की है. इसके अलावा, श्रमिक परिवारों को कन्यादान योजना के तहत तीन बेटियों की शादी तक हर शादी में 51 हजार रुपये का कन्यादान तथा 50 हजार रुपये शादी का प्रबंध करने के लिए दिये जाते हैं. इसी प्रकार, बेटे व स्वयं की शादी पर भी 21 हजार रुपये की शगुन राशि दी जाती है.
Input: विजय राणा