कमरजीत सिंह/करनाल: करनाल की बेटी कोमल ने पूरे हरियाणा में अपने परिवार का नाम रोशन किया है. कोमल गरीब परिवार से आती है, उसके पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. कोमल ने दिन रात मेहनत की और SSC - CGL का एग्जाम क्लियर किया है. 6 महीने के बाद जब कोमल GST इंस्पेक्टर बनकर घर लौटी तो चारों तरफ खुशी का माहौल था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Optical Illusion: इस तस्वीर में छुपा है चेहरे पर चेहरा, खोजने में घूम जाएगा दिमाग


इसको लेकर उनके परिजनों ने कहा कि ये खुशी बेटी की सफलता की है, ये खुशी बेटी की मेहनत की है, ये खुशी बेटी के कड़े संघर्ष की है, ये खुशी बेटी के GST इंस्पेक्टर बनने की है, वर्दी पर लगे इन सितारों को पाने के लिए कोमल ने कई रात आसमान के सितारे नहीं देखे, क्योंकि पढ़ने के लिए एक बंद कमरा चाहिए होता था. 


कोमल के पिता दिहाड़ी मजदूरी करके खून पसीने की कमाई से घर चलाते हैं. कोमल ने इसे मजबूरी न समझकर अपनी ताकत बनाया और स्नातक के बाद से ही SSC की तैयारी करनी शुरू कर दी. 2015 में SSC का एग्जाम दिया था, जो रह गया. इसके बाद साल 2016 में फिर दिया, वो भी महज 4 नंबर से रह गया. इसके बाद भी कोमल ने हिम्मत नहीं हारी, परिवार वालों का सपोर्ट मिलता रहा और वो घड़ी एक बार फिर आई जब 2018 में SSC का एग्जाम कोमल ने दिया और एक के बाद एक पड़ाव पार करती चली गई. कोमल ने इस एग्जाम को क्लियर कर लिया. इसके बाद 2021 में कोमल की ट्रेनिंग शुरू हुई और कोमल आज महाराष्ट्र के नासिक में GST इंस्पेक्टर है.


पिता की गरीबी को कोमल ने अपने ऊपर हावी होने नहीं होने दिया और कोमल ने दिन रात मेहनत करके ये मुकाम हासिल किया. कोमल देश के और बच्चों के लिए प्रेरणा है. कोमल से आज की युवा पीढ़ी के बच्चे एक संदेश ले सकते हैं. कोमल का सपना आगे UPSC क्लियर करने का है. कोमल जब 6 महीने के बाद करनाल पहुंची तो मिठाई खिलाकर उसका स्वागत किया गया. 


कोमल एक मिसाल है उस हर इंसान के लिए जो मेहनत करता हुआ, संघर्ष करता हुआ हार मानने लगता है, कोमल ने बताया कि उन्होंने ज्यादातर तैयारी यूट्यूब के माध्यम से की है. उम्मीद करते हैं कि कोमल से प्रेरणा लेकर और भी बच्चे जिंदगी में और अच्छा मुकाम हासिल करेंगे.


WATCH LIVE TV