Charkhi Dadri News: हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर चरखी दादरी के 17 राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 60 चिकित्सकों ने हड़ताल पर रहते हुए ओपीडी नहीं देखी. इसके चलते सिविल अस्पताल, मातृ-शिशु अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की सेवाएं पूर्ण रूप से प्रभावित रहीं. हालांकि हड़ताल के बावजूद इमरजेंसी केस अटेंड किए गए. वहीं डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते जिले में करीब 2500 से अधिक मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी. इस दौरान डॉक्टर्स ने जहां मांगे पूरी नहीं होने पर 25 जुलाई तक एमरजेंसी सेवाएं भी बंद करने की चेतावनी दी. वहीं आर-पार की लड़ाई का ऐलान भी किया. 


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बता दें कि दादरी समेत पूरे के सभी 17 स्वास्थ्य केंद्रों की ओपीडी करीब 2500 रहती है. डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते सुबह से ही ओपीडी नहीं देखी. डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते 100 फीसदी ओपीडी प्रभावित रही और 2500 मरीजों को बिन इलाज के ही घर लौटना पड़ा. डॉक्टर्स के कक्ष खाली पड़े रहे और बाहर मरीजों की भीड़ लगी रही. मरीजों को घंटो इंतजार करने के बाद लौटना पड़ा.


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मरीजों ने बताया कि डॉक्टरों की हड़ताल का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. वे दूर-दूर से इलाज के लिए पहुंचे, लेकिन कोई डॉक्टर और किसी तरह की सुविधा नहीं होने से वापस लौटना पड़ रहा है. HCMS के जिला प्रधान राजीव बेनीवाल ने उनकी प्रमुख मांगों में डॉक्टर्स की स्थाई भर्ती, पीजी पॉलिसी में बॉन्ड की राशि 1 करोड़ से घटाकर 50 लाख की जाए. उसके लिए कुछ गिरवी न रखवाया जाए, जिससे मध्यम वर्ग से आने वाले डॉक्टर पीजी करके जनता की सेवा कर पाएं. स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स की कमी को पूरा करते हुए स्पेशलिस्ट कैडर का निर्माण एसोसिएशन के सुझाव पर किया जाए. अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी को 26 जुलाई को भी इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी. 


Input: Pushpender Kumar