Haryana Doctors Strike: पूरे प्रदेश के अस्पतालों में 2 घंटे बंद रही OPD सेवा, 25 जुलाई को पूर्ण हड़ताल की चेतावनी
Haryana Government: पूर्व सीएम मनोहर लाल की घोषणाओं पर काम न होने की वजह से अब प्रदेश सरकार को डॉक्टरों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इस तरह के प्रदर्शनों से बीजेपी को विधानसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
Haryana Doctors Pen Down Strike: हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को सोनीपत, रोहतक झज्जर, कुरुक्षेत्र समेत कई जिलों में डॉक्टर दो घंटे हड़ताल पर रहे. इस दौरान जिला नागरिक अस्पतालों, सीएचसी व पीचएचसी में ओपीडी सेवाए बंद रही. इस दौरान इलाज के लिए आए मरीज और उनके तीमारदार इधर से उधर चक्कर काटते नजर आए. हालांकिआपाताकालीन सेवाएं व पोस्टमार्टम सेवाएं चालू रहीं. सोनीपत में डॉक्टरों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो 25 जुलाई को प्रदेश में सभी स्वास्थ्य सेवाएं बंद रखी जाएंगी.
सीएम ने घोषणा तो की पर नहीं हुई पूरी
डॉक्टरों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों के लिए अलग से कैडर बनाने की मांग की जा रही है. सीएम ने घोषणा भी की थी, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. एसोसिएशन ने इस बाबत सरकार को लिखित में बताया था पर कोई फायदा नहीं हुआ. डॉक्टर प्यारे लाल ने बताया कि सर्विस में चिकित्सकों को जिस वक्त पीजी करने जाना होता है तो एक-एक करोड़ रुपये के दो बॉन्ड भरने पड़ते हैं.
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एसोसिएशन की मांग है कि पुरानी पॉलिसी को लागू किया जाए. पहले यह राशि 50 लाख रुपये थी. गत दिनों पहले चिकित्सकों ने दो घंटे काले बल्ले व पट्टी लगाकर प्रदर्शन किया था ताकि सरकार चेते, लेकिन सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. इसीलिए चिकित्सकों ने दो घंटे की ओपीडी सेवाएं बंद रखकर रोष-प्रदर्शन किया है.
मरीजों को करना पड़ा इंतजार
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जय किशोर ने बताया कि संगठन के सदस्यों का निर्णय है कि वह ओपीडी सेवाएं बंद रखेंगे. अगर चिकित्सक फिर से हड़ताल करते हैं तो निजी डॉक्टरों की मदद से लोगों का उपचार किया जाएगा. इस दौरान अस्पताल में उपचार करवाने के लिए आए बुजुर्ग ने बताया कि वह सुबह 8 बजे से लाइन में खड़ी हैं, लेकिन यहां पर चिकित्सक नहीं है. बताया गया कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं. करीब 12 बजे पहुंचेंगे.
झज्जर: सरकार की जिद पर रोष
झज्जर नागरिक अस्पताल के चिकित्सक भी 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर रहे. उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनकी हड़ताल की वजह से मरीजों को परेशानी हो लेकिन वह भी क्या करें सरकार की हठधर्मिता की वजह से उन्हें हड़ताल करनी पड़ रही है. एसएमओ की डायरेक्ट भर्ती पर रोक लगाने, फोर्थ एसीपी लागू करने और स्पेशलिस्ट कैडर उनकी मुख्य मांगों में है. डॉ पवन यादव, डॉ संदीप समेत अन्य चिकित्सकों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग की ओर जल्द ही ध्यान नहीं दिया तो इसके गंभीर परिणाम सरकार के सामने होंगे.
सरकार को बड़े आंदोलन की चेतावनी
कुरुक्षेत्र में भी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर सुबह 9 से 11 बजे तक हड़ताल पर रहे. कुरुक्षेत्र यूनियन जिला प्रधान डॉ. प्रदीप नागर ने कहा कि आज तो इमरजेंसी सेवाएं बंद नहीं रही, लेकिन सरकार नहीं मांगें नहीं मानी तो 25 जुलाई को फिर से हड़ताल करेंगे.
इन मांगों पर अड़े हैं डॉक्टर
SMO की सीधी भर्ती बंद हो.
केंद्र की तर्ज पर फोर्थ एसीपी की मांग.
विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए स्पेशल कैडर हो.
नीट पीजी में बॉन्ड की राशि एक करोड़ से कमकर 50 लाख की जाए.
इनपुट: सुनील कुमार, दर्शन कैत, सुमित कुमार