फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट का मामला, हरियाणा के 2 हजार से ज्यादा खिलाड़ी विजिलेंस ब्यूरो की रडार पर
फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के मामले की जांच विजिलेंस ब्यूरो कर रही है. इसमें 2503 खिलाड़ी संदिग्ध पाए गए हैं. अगर जांच में इनका सर्टिफिकेट फर्जी पाया जाता है, तो इनपर कार्रवाई की जाएगी.
चंडीगढ़: फर्जी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट से नौकरी का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. हरियाणा खेल निदेशालय के पास कुरुक्षेत्र, रोहतक, भिवानी, फतेहाबाद, हिसार, सिरसा और महेंद्रगढ़ सहित कई जिलों से लगातार शिकायत मिल रहीं थी, जिसके बाद अब इसकी जांच विजिलेंस टीम को सौंप दी गई है. हिसार जिले में सबसे ज्यादा 650 फर्जी सर्टिफिकेट पाए गए हैं.
स्पोर्ट्स ग्रेडेशन सर्टिफिकेट (sports gradation certificate) क्या है?
हरियाणा राज्य का कोई भी खिलाड़ी अगर राष्ट्रीय स्तर या राज्य स्तर से खेल कर आता है, तो सरकार के द्वारा उसे खेल प्रमाण पत्र दिया जाता है. इस प्रमाण पत्र के माध्यम से वो खिलाड़ी सरकारी नौकरी में आरक्षण ले सकता है.
2 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों की नौकरी पर खतरा
विजिलेंस टीम की जांच के दौरान पूरे प्रदेश में लगभग 2503 खिलाड़ियों के सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए हैं, जिसकी जांच की जा रही है. अगर में जांच के दौरान ये ये सर्टिफिकेट फर्जी पाए गए, तो इन खिलाड़ियों पर FIR दर्ज होगी और उन सभी की नौकरी से भी हाथ धोना पड़ेगा.
हरियाणा खेल निदेशालय ने 900 खिलाड़ियों की सूची जारी की
हरियाणा खेल निदेशालय ने खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट के द्वारा ग्रुप-डी की नौकरी पाने वाले 18 जिलों के 900 खिलाड़ियों की सूची जारी की है.
किस जिले में मिले कितने संदिग्ध ग्रेडेशन सर्टिफिकेट
1. अंबाला -19
2. भिवानी -156
3. चरखी-दादरी - 87
4. फरीदाबाद - 13
5. फतेहाबाद - 290
6. गुरुग्राम - 6
7. हिसार - 650
8. झज्जर - 40
9. जींद - 274
10. कैथल - 29
11. करनाल - 103
12. कुरूक्षेत्र - 81
13. महेंद्रगढ़ - 51
14. नूंह - 4
15. पलवल - 10
16. पंचकूला -107
17. रेवाड़ी - 23
18. रोहतक - 289
19. सिरसा - 88
20. सोनीपत - 154
21. यमुनानगर - 17