बेमौसम बरसात से किसानों की फसल बर्बाद, सरकार से की मुआवजे की मांग
बेमौसम बरसात के चलते किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. उनकी धान और बाजरे की फसल खराब हो गई है. इसी को देखते हुए किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे है.
हरियाणा: बेमौसम बरसात किसानों पर कहर बनकर टूट रही है. बिन मौसम बरसात के चलते किसानों के खेतों में पानी भर गया है. रिकॉर्ड बरसात के चलते नूंह का उजीना ड्रेन ओवरफ्लो हो चुकी है. जिसका पानी धान, ज्वार, बाजरा और बाकी की फसलों को खराब कर रहा है. इतना ही नहीं खरीफ की फसलों के खराब होने के साथ-साथ रबी की फसलों की बिजाई पर भी जलभराव होने की वजह से संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
इसी चिंता में फिरोजपुर मेव गांव के किसान बेहद परेशान हैं. जैसे ही रविवार को बरसात रुकी तो किसान बड़ी तादाद में अपने खेतों की तरफ कंधे पर फावड़ा, हाथ में छतरी लेकर खेत की तरफ चल दिए. उजीना ड्रेन का पानी ओवरफ्लो हुआ तो किसानों ने उसे काफी हद तक रोक दिया, लेकिन इसके बावजूद भी ड्रेन का पानी खेतों में जमा हो रहा है. बता दें कि धान की फसल खेतों में पक कर तैयार थी, लेकिन खेत में 3-3 फुट पानी खड़ा होने की वजह से पूरी तरह से डूब चुकी है. धान के साथ बाजरे की कटी और खड़ी फसल को इस बरसात में काफी नुकसान हुआ है. बची-कूची कसर ड्रेन के पानी ने पूरी कर दी.
धान और बाजरे की फसल के बाद अब ज्वार की फसल पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. मजबूर किसान अपनी फसलों को बेचकर गुजारा करते हैं, लेकिन इस बार खरीफ की फसल पर पूरी तरह से बेमौसम बरसात ने पानी फेर दिया है. नरमा की फसल से लेकर सभी प्रकार की फसलों को बेमौसम बरसात ने खराब कर दिया है. तकरीबन 10 दिन पहले लगातार पांच दिन हुई बारिश से ही किसान परेशान था. फिर से शनिवार को दिन और रात हुई लगातार बरसात के चलते चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. ऐसी हालत में किसान हताश और निराश है. फसलों के खराब होने से किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की है.