Ambala News: परंपरागत खेती छोड़ बागवानी करने वाले किसानों को सरकार प्रोत्साहन दे रही है. किसानों को बागवानी विभाग सब्सिडी दे रही है और उनकी फसल लगाने से बेचने तक मदद की जा रही है. जिससे प्रभावित हो लगातार किसान परंपरागत खेती छोड़ अग्रणी खेती कर रहे हैं. अंबाला के गांव जलबेड़ा के रहने वाले किसान हरबंस सिंह पूर्व सरपंच रहे है और इन दिनों गांव जलबेड़ा व आसपास के गांवों के लिए मिसाल बने हुए हैं. हरबंस सिंह कई सालों से अपने खेतों में जीरी व गेंहू की परंपरागत खेती कर रहे थे, लेकिन पिछले साल जुलाई महीने में किसान हरबंस सिंह ने बागवानी को अपनाया और 2 एकड़ में अमरूद व नींबू की खेती को शुरू किया. उन्होंने अपने खेतों में अमरूद की हिसार सफेदा किस्म व ताईवान पिंक की किसमें लगाई है.


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खेती से अच्छी कमाई की है उम्मीद
हरबंस सिंह की खेती अब सफल होती दिख रही है. वह अगले साल इन पौधों से अच्छी फसल ले पाएंगे.  वहीं उन्हें बागवानी विभाग ने सब्सिडी दी है और फसल उगने से बेचने तक मे मदद की गारंटी दी है. हरबंस सिंह कहते हैं वे डेढ़ से 2 साल मेहनत करेंगे और 14 से 15 साल तक इन पेड़ो से फल लेंगे, जिससे उन्हें अच्छी कमाई की उम्मीद है. वह चाहते हैं कि अन्य किसान भी परंपरागत खेती छोड़ उनकी तरह प्रगतिशील किसान बने. वहीं हरबंस सिंह की सफल होती मेहनत को देखने आसपास के किसान भी आते हैं. उन्हें भी बागवानी मन बहलाने लगी है. वह भी हरबंस सिंह से प्रेरणा ले बागवानी शुरू करना चाहते हैं. उनकी भी इच्छा है वे सभी प्रगतिशील किसान बने.


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सरकार दे रही सब्सिडी
किसान हरबंस सिंह को बागवानी विभाग भी पूरी तरह मदद कर रहा है. जहां किसान को सब्सिडी दी गयी वहीं किसानी उपकरण भी विभाग ने उपलब्ध करवाया है. बागवानी विभाग के जिला अधिकारी डॉ वीरेंद्र पुनिया ने बताया हरबंस सिंह जैसे किसानों को बागवानी विभाग पूरी मदद कर रहा है. लगातार किसान परंपरागत किसानी छोड़ प्रगतिशील किसान बन रहे हैं.


Input- AMAN KAPOOR