कुलवंत सिंह/यमुनानगर: यमुनानगर में विजिलेंस ने बिजली निगम के एक जूनियर इंजीनियर को 6000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. विजिलेंस इस अधिकारी को न्यायालय में पेश कर रिमांड प्राप्त कर पूछताछ करेगी की रिश्वत की राशि में और कौन-कौन लोग शामिल हैं.


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यमुनानगर के बकाना गांव निवासी जयप्रकाश ने विजिलेंस को शिकायत की कि उसका घर का बिजली का कनेक्शन 2020 में कट गया था. उसके बाद उसने लाइट के लिए सोलर का इंतजाम किया. पिछले दिनों उसके घर कुछ बिजली कर्मचारी चेकिंग के लिए आए और कहा कि आप ने बिजली चोरी की है. आपके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. फिर उन्होंने फोन करके बुलाया और 15 हजार रुपये की मांग की. 


शिकायतकर्ता ने विजिलेंस को दी शिकायत में बताया कि सुरेश कुमार जेई ने 15 हजार रुपये की मांग की और 5 हजार रुपये तभी उसको दे दिए, फिर उसका फोन आया 10,000 और मांगे. जिस पर उसने कहा कि वह गरीब आदमी है उसके पास सिर्फ 6000 रुपये का इंतजाम और हुआ है. जिस पर जेई ने उसे 6 हजार रुपये देने के लिए बुलाया. इसी दौरान जयप्रकाश ने विजिलेंस से संपर्क किया और विजिलेंस ने 6000 की राशि पर पाउडर लगाकर उसे दिए और इशारा मिलते ही विजिलेंस की टीम ने जेई को 6000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.


विजिलेंस इंस्पेक्टर जयपाल आर्य ने बताया कि सुरेश कुमार फोरमैन है, जिसे जेई का चार्ज दिया गया है. अब न्यायालय में पेश करके उसे रिमांड पर लिया जाएगा और पता किया जाएगा कि इस रिश्वत की राशि में और कौन लोग शामिल हो सकते हैं. हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोप में यमुनानगर में आरटीओ सुभाष सहित 5 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. विभागों में फैले भ्रष्टाचार को लेकर विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि कोई भी भ्रष्टाचार करता पाया गया और शिकायत उनके पास आए तो वह बख्शा नहीं जाएगा.