हरियाणा सरकार ने चलाई चारा बिजाई योजना, किसान बोले- आम के आम गुठलियों के दाम
हरियाणा सरकार द्वारा जारी चारा बिजाई योजना का किसानों ने स्वागत किया है. योजना के अनुसार गौशालाओं के आसपास की जमीन पर चारा उगाने वाले किसानों से गौशाला सीधा चारा खरीद लेगी और सरकार किसान को प्रति एकड़ 10,000 रुपये और अधिकतम 1 लाख रुपये का अनुदान देगी.
विपिन शर्मा/कैथल: हरियाणा सरकार द्वारा जारी चारा बिजाई योजना का किसानों ने स्वागत किया है. योजना के अनुसार गौशालाओं के आसपास की जमीन पर चारा उगाने वाले किसानों से गौशाला सीधा चारा खरीद लेगी और सरकार किसान को प्रति एकड़ 10,000 रुपये और अधिकतम 1 लाख रुपये का अनुदान देगी. इससे किसानों को डबल फायदा होगा. इस योजना के द्वारा सरकार तो अनुदान देगी ही. वहीं किसान गौशाला को रेट तय कर चारा बेचेंगे. इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यूरो (Fassal.gov.in) पोर्टल पर अपनी जमीन का पंजीकरण करवाना होगा कि वे कितनी जमीन में चारा उगाकर गौशाला को देंगे. किसानों ने सरकार की इस किसान योजना खुश नजर आ रहे है. क्योंकि 2 महीने जमीन खाली रहती है. उस पर चारे की बिजाई करने के बाद वह पुण्य के साथ लाभ भी कमा सकेंगे. इससे गौशाला को भी अपने नजदीक हरा चारा उचित दाम पर मिल पाएगा.
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जी मीडिया बातचीत के दौरान किसानों ने बताया कि यह योजना हमरे लिए बहुत ही उपयोगी है. इस बीच उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों के बारे में बहुत ही अच्छा निर्णय लिया है. इस योजना के द्वारा सरकार किसानों को 10 हजार रुपये प्रति एकड़ देगी. वहीं गौशाला भी किसानों से चारा खरीदने पर उचित दाम देगी. उन्होंने बताया कि पहले आप मेरी फसल मेरा ब्यूरा पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कराएं. इसके बाद आपके खाते में 10 हजार रुपये आ जाएंगे. इसके बाद गौशाला वाले आपके घर आकर ज्वार को उचित दाम में खरीद लेंगे. किसानों का कहना है कि यह योजना उनके लिए आम के आम गुठलियों के दाम जैसी है.
कृषि अधिकारी के अनुसार गोवंश और गौशालाओं को चारा सप्लाई में आत्मनिर्भर करने के लिए सरकार ने यह योजना बनाई है. इस योजना में जो भी किसान गौशाला को बेचेगा उसे हरियाणा सरकार 10 हजार रुपये प्रति एकड़ अलग से देगी. उन्होंने आगे कहा कि एक किसान 10 एकड़ तक इस योजना का लाभ ले सकता है. उन्हेंने बताया कि कैथल जिले में इसका अच्छा परिणाम देखने को मिला है. लगभग 370 किसानों ने इस योजना में पंजीकरण कराया है. 15 जुलाई तक किसान Fassal.gov.in पर जाकर मेरी फसल मेरा ब्यूरो पोर्टल पर अपनी जमीन का पंजीकरण करवा सकते हैं. कृषि अधिकारी ने जी मीडिया के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा किसानों गौशालाओं से इस योजना का लाभ उठाने की अपील की है.
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