पलवल में एक शख्स अपनी पत्नी की शक के चलते उसकी पिटाई कर रहा था. इसके बाद उसने देसी पिस्टल से गोली चलाई तो वो गोली उसके बेटे के कंधे में लगी. इसे देख उसने भी अपने माथे में गोली मार ली.
रुस्तम जाखड़/पलवल: पलवल गदपुरी थाना क्षेत्र के गांव धतीर में दिल दहलाने वाली घटना के बाद इसका नया मोड़ सामने आया है. बीती रात 36 वर्षीय सुनील पुत्र बुधराम ने अपनी पत्नी कुसम उर्फ कुसमा से नाराजगी के चलते पत्नी के साथ मारपीट कर बेटे को गोली मारने के बाद खुद को गोली से उड़ा लिया. चौदह वर्षीय पुत्र प्रशांत के कंधे में गोली लगी, जिसे इलाज के लिए फरीदाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि सुनील की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और धतीर गांव के लोगों द्वारा मना कर दिए जाने के बाद लोहिना गांव निवासी परिजनों को सौंप दिया गया.
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सुनील पहले किसी कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन उसके बाद उसने नौकरी छोड़ खुद के ट्रैक्टर से पानी की सप्लाई का काम किया, लेकिन यह उसका स्थायी काम नहीं था. इसके कारण वह घर पर अक्सर देर सवेर जाता था. इससे सभी परेशान रहते थे. पत्नी के साथ किसी बात को लेकर उसका झगड़ा चल रहा था. झगड़े के चलते वह लगभग 4 महीने से धतीर की बजाय होडल उपमंडल के गांव लोहिना में अपने भाइयों के साथ रह रहा था. बीते बुधवार की रात करीब 12:00 बजे अपने घर पहुंचा तो वहां उसका पत्नी के साथ झगड़ा हुआ, जिसमें आरोप लगाया जा रहा है कि उसने अपनी पत्नी पर लोहे की साबरी से वार कर मारपीट की, जिसमें उसका बेटा और बेटी बीच में आए तो उनको भी लोहे की साबरी से प्रहार किया. जब अपनी बात को मनवाने में कामयाब नहीं हुआ तो उसने अपने पास रखे हुए देशी पिस्टल से गोली चला दी, जो उसके बेटे प्रशांत को कंधे पर जाकर लगी. उसके बाद बेटे को लहूलुहान देखकर उसने खुद को माथे पर गोली मार ली, जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रात में बॉडी को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया. आज उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इस अवसर पर लोहिना गांव से बड़ी संख्या लोग मोर्चरी पर मौजूद थे, लेकिन धतीर गांव से सरपंच बच्ची सिंह के अलावा गिने-चुने लोग ही मौजूद थे. यहां पर मौजूद लोगों से घटना के बारे में जानकारी लेने पर मृतक सुनील के भाई रणवीर ने बताया कि उसके भाई ने सुसाइड नहीं किया है. उसकी हत्या की गई है, क्योंकि सुनील के लोहिना गांव से आने के बाद उसकी पत्नी ने ऐलान किया था कि जिस दिन भी वह धतीर गांव आ जाएगा उसे गोली चलवा देगी. यह करीब 3 से 4 महीने पहले की बात बताई जा रही है.
रणवीर के अनुसार मृतक सुनील की पत्नी कुसुम ने फोन करके उसकी पत्नी को यह कहा था. रणवीर ने बताया कि जिस समय कुसुम का फोन उसकी पत्नी के पास आया था तो उसने फोन को हैंडफ्री किया हुआ था, जिससे उसने भी उनकी धमकी भरे ऐलान को सुना था. रणवीर का आरोप है कि सुनील को अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था, जिसके कारण घर में क्लेश शुरू हुआ और उसी क्लेश-कलह के चलते ही उसे गोली से मरवा कर रास्ते से हटा दिया गया.
चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर हरिओम तथा सब इंस्पेक्टर फतेह सिंह से जानकारी लेने का प्रयास किया गया लेकिन दोनों ही अधिकारियों ने इस संबंध में कैमरे पर कोई बयान देने से किनारा कर लिया. इससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े होते हैं.