Haryana News: हरियाणा में एक-दूसरे के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली BJP-JJP एक-दूसरे के विरोध में उतर आये हैं. लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनने की वजह से BJP और JJP का गठबंधन टूट गया. वहीं अब जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता और पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने  BJP के साथ कभी भी गठबंधन नहीं करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि गठबंधन की वजह से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. 


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सत्ता विरोधी लहर
पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने कहा कि BJP के साथ गठबंधन करने की वजह से उनकी पार्टी को काफी नुकसान हुआ है. किसान आंदोलन, युवाओं की नाराजगी, सत्ता विरोधी लहर का असर BJP के साथ ही JJP पर भी दिखा है. लोकसभा चुनाव में JJP उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. दुष्यंत चौटाला ने गेहूं के साथ घुन पिसने की कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि भविष्य में JJP भाजपा के साथ नहीं जाएगी.इस साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, ऐसे में दुष्यंत चौटाला को इस बात का भी डर है कि इसका असर विधानसभा चुनाव पर भी न पड़े. फिलहाल, JJP विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. 5 जुलाई से JJP फीडबैक अभियान शुरू करेगी. 


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कांग्रेस को समर्थन का ऑफर
दुष्यंत चौटाला ने आगामी राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को अपना समर्थन देने की बात कही है. हालांकि, इसके लिए उन्होंने एक शर्त भी रखी है. दुष्यंत के अनुसार, अगर कांग्रेस किसी सम्मानित व्यक्ति, कॉमनवेल्थ खिलाड़ी, ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट को उम्मीदवार बनाती है तो JJP उसे अपना समर्थन देगी. 


2019 विधानसभा चुनाव 
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में JJP को हरियाणा की 90 में से 10 विधानसभा सीटों पर जीत मिली थी, जिसके बाद BJP-JJP ने मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई. इस सरकार में दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया गया. हालांकि, ये गठबंधन 5 साल तक नहीं चल पाया और लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट गया. 


गठबंधन टूटते ही विधायकों की बगावत
वोट शेयर कम होने के साथ ही JJP के विधायक भी बगावत करके अलग-अलग पार्टियों में शामिल हो चुके हैं. साल 2019 में 10 सीटों में जीत हासिल करने वाली JJP के पास अब केवल 4 विधायक ही बचे हैं. 6 विधायक बगावत करके दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए हैं.अब इस पर दुष्यंत ने बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग और नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जल्द विधानसभा स्पीकर से मिलने की बात भी कही है. उनका आरोप है कि इन दोनों विधायकों ने चुनाव में BJP के लिए प्रचार किया.