Haryana News: नूंह हिंसा के बाद रेवाड़ी जिले से भी छुटपुट घटनाएं सामने आई थीं. जिले के कुछ सरपंचों ने सबन्धित थाना प्रभारियों को एक लेटर लिखकर कहा है कि गांव ने फैसला लिया है कि एक विशेष समुदाय के लोगों की गांव में एंट्री नहीं की जायेगी क्योंकि गांव में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं.
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Haryana News: नूंह हिंसा के बाद शांति व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन लगातार काम कर रही है. इस बीच रेवाड़ी जिले की कुछ सरपंचों के फरमान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. लेटर में एक विशेष समुदाय के लोगों की एंट्री गांव में बैन की गई है. पंचायत के निर्णय का एक लेटर सबन्धित थाना प्रभारियों को लेटर देने की बात कहीं गई है. इस मामले में जिला उपायुक्त ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी में आया है कि कुछ सरपंचों ने अपने स्तर पर विशेष समुदाय के लोगों की गांव में एंट्री बैन की बात कही है. इस मामले में पंचायती राज एक्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. अगर कोई अनहोनी होती है तो पुलिस कार्रवाई भी की जाएगी.
विशेष समुदाय की एंट्री पर रोक
बता दें कि नूह हिंसा के बाद रेवाड़ी जिले से भी छुटपुट घटनाएं सामने आई थीं. जिले के कुछ सरपंचों ने सबन्धित थाना प्रभारियों को एक लेटर लिखकर कहा है कि गांव ने फैसला लिया है कि एक विशेष समुदाय के लोगों की गांव में एंट्री नहीं की जायेगी क्योंकि गांव में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं. जिले की ग्राम पंचायत बास, ग्राम पंचायत अहरोद, ग्राम पंचायत मनेठी, ग्राम पंचायत नांगल (मूंदी), ग्राम पंचायत चुनाव चिमनावास, ग्राम पंचायत सहारनवास, ग्राम पंचायत कारौली, ग्राम पंचायत बुडपूर, ग्राम पंचायत बोडिया कमालपुर की पंचायत के लेटर सामने आए हैं.
नौजवानों से ये कहा था
बता दें कि नूह हिंसा के बाद रेवाड़ी में भी जिला उपायुक्त ने धारा 144 लागू की थी, जिसे एक दिन पहले हटा दिया गया है. साथ ही जिलाधीश की तरफ से ग्राम पंचायतों को आदेश दिये गए थे कि वो गांव के नौजवानों से टिकरी पहरा लगवाना सुनिश्चित करें ताकि गांव में चोरी सहित आपराधिक घटनाएं न हो, लेकिन ये नहीं कहा गया था कि एक विशेष समुदाय के लोगों की एंट्री बैन कर दी जाए.
पुलिस करेगी कार्रवाई
इस मामले में जिला उपायुक्त मोहम्म्द इमरान रजा ने कहा कि उनकी जानकारी में आया है कि कुछ सरपंचों ने अपने स्तर पर एक विशेष समुदाय के लोगों की एंट्री गांव में बैन करने के लिए थाना प्रभारियों को लेटर दिया है, जबकि पंचायत ने ऐसा कोई प्रस्ताव पास नहीं किया है. इस मामले में पंचायती राज एक्ट के तहत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. अगर कहीं शांति व्यवस्था बिगड़ती है तो पुलिस कार्रवाई भी की जाएगी.
INPUT- Pawan Kumar