Haryana News: पलवल के लोग बरसात के मौसम में नारकीय जीवन जीने मजबूर हो जाते हैं, जिसका मुख्य कारण पलवल में पानी निकासी के लिए बनाए गए नालों की सफाई ना होना है. पलवल का ओल्ड जीटी रोड वाला पुराना नाला हो या फिर, कैम्प कॉलोनी नाला, कमेटी चौक नाला, सभी सफाई ना होने के चलते बन्द पड़े हैं.  जिस कारण बिना बारिश के भी सड़कों पर पानी भरा रहता है.


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सड़कों पर पानी-पानी
हल्की सी बारिश होने पर पूरा सड़क पानी का तालाब बन जाता है. पलवल की कोई ऐसी कॉलोनी या सड़क नहीं होती, जहां पर जलभराव नहीं होता. बरसात होने पर सबसे ज्यादा परेशानी ओल्ड जीटी रोड और कमेटी चौक पर होती है. ओल्ड जीटी रोड पलवल शहर का सबसे पुराना रोड है, जो नेशनल हाईवे नंबर 19 को शहर से कनेक्ट करता है. बरसात के मौसम में यह पूरा ओल्ड जीटी रोड पानी से लबालब भर जाता है. नालों की सफाई न होने के कारण ये पूरी तरह से बंद पड़े हैं, जहां से बरसात के मौसम में पानी नहीं निकल पाता है और जलभराव हो जाता है. इस वजह से कई दिनों तक यहां से पानी की निकासी नहीं होती है.


शहरभर में इसकी शिकायत
शहर कमेटी चौक पर भी काफी पानी भरता है. शहर से पानी निकासी की जिम्मेदारी नगर परिषद की है, लेकिन यही बरसात के मौसम में तालाब बन जाता है. यहां पर भी पानी निकासी के लिए बने नाले की सफाई नहीं है, जिस कारण पानी को निकलने में कई दिन लग जाते हैं. नगर परिषद के द्वारा यूं तो हर साल शहर में जलभराव वाली जगहों को चिन्हित किया जाता है, लेकिन पानी निकासी के लिए उपाय कुछ नहीं किए जाते हैं. कहने को तो दावा किया जाता है कि बरसात के मौसम से पहले ही सभी नालों की सफाई करते हैं, लेकिन जब भी बारिश आती है तो पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था ना होना इस शहर के लिए सबसे बड़ी परेशानी बन जाती है. लोगों का कहना है कि केवल कागजों में ही सफाई की जाती है, जिस वजह से जलभराव की स्थिति उत्पन्न होती है.


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विधायक ने भी किया स्वीकार
पलवल से भाजपा के विधायक दीपक मंगला ने भी इस बात को माना है कि बरसात के मौसम में पलवल में जलभराव की स्थिति हो जाती है. उनका कहना है कि बरसात को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रहा है. बरसात के मौसम में आपातकालीन में पानी की निकासी के लिए भी उचित व्यवस्था की गई है.


Input: RUSHTAM JAKHAR