पवन कुमार/ रेवाड़ी: रोडवेज बसों की कमी से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रेवाड़ी रोडवेज डिपो में सात बसों को जनवरी में कंडम घोषित कर दिया गया हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है. जिले में रोडवेज एवं किलोमीटर स्कीम के तहत 117 बसें अलग-अलग 120 रूटों पर संचालित की जा रही हैं. 


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इसी कड़ी में रेवाड़ी में बसों की संख्या कम और यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के कारण यात्रियों को भीड़ में धक्के खाने पड़ रहे है. यात्रियों को समय पर बसें नहीं मिलती और बस मिलती है तो उसमें बैठने के लिए सीट नहीं मिल पाती है. रेवाड़ी के यात्री कह रहे हैं कि सुनो सरकार बसों का उचित इंतजाम करो. 


बता दें कि रेवाड़ी बस स्टैंड काफी पुराना है. जिसका भवन भी जर्जर हालात में हो गया है. करीबन डेढ़ दशक से नया बस स्टैंड बानने की बातें की जा रही है, लेकिन अभी तक नए बस स्टैंड की आधारशिला तक नहीं रखी गई है. हालांकि दक्ष प्रजापति चौक पर नए बस स्टैंड के लिए अभी जगह फाइनल हो चुकी है. निर्माण को लेकर सभी अडचने भी दूर हो चुकी है. जिला प्रशासन के मुताबिक इसी साल नए बस स्टैंड की आधारशिला रखी जाएगी.


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वहीं अगर बसों की संख्या की बात करें तो वो यात्रियों की संख्या के मुकाबले बसे काफी कम है. बावल और धारूहेड़ा यहं के बड़े औद्योगिक क्षेत्र है. गुरुग्राम-दिल्ली के लिए भी यात्री रोजाना आवाजाही करते हैं. वहीं जिले के आसपास के रूटों पर भी बसों की संख्या बहुत कम है. जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.


जानकारी के मुताबिक रेवाड़ी रोडवेज डिपो में करीबन 150 बसें थी, लेकिन अब महज 80 के आसपास रह गई है. करीबन 30 बसें अनुबंध के आधार पर रेवाड़ी जिले में संचालित हो रही है. प्राइवेट परमिट बसों के सहारे यात्री आवाजाही कर रहे है.