पेंशन बंद होने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, सरकार से रख दी ये मांग
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1571617

पेंशन बंद होने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, सरकार से रख दी ये मांग

हरियाणा में 24 डिपो और 18 सब डिपो में ये प्रदर्शन हुआ. इसी के तहत हिसार में भी रोडवेज के कर्मियों ने धरना लगाते हुए सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है. हालांकि इस बीच किसी प्रकार की सेवाएं प्रभावित नहीं हुई, लेकिन जैसे-जैसे रोडवेज कर्मियों को समय मिला, वो धरना स्थल पर पहुंच कर समर्थन देते नजर आएं. 

पेंशन बंद होने से नाराज रोडवेज कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, सरकार से रख दी ये मांग

हिसारः कर्मचारियों के अर्जित अवकाश में कटौती करने और परिचालक तथा लिपिक ग्रेड पे बढ़वाने के लिए हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी लामबंद हो गए है. इतना ही नहीं, हिसार में रोडवेज यूनियन लीडर्स ने पुरानी पेंशन को शुरु करवाने के लिए यह तक कह दिया कि वो पेंशन नहीं लेंगे, लेकिन पहले मंत्री, विधायकों की भी सरकार पेंशन बंद करे. रोडवेज के सांझा मोर्चा के आहवान पर पूरे हरियाणा में रोडवेज के कर्मियों ने आज सुबह 10 बजे से लेकर 4 बजे तक प्रदर्शन का ऐलान किया.

रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ की नारेबारी

हरियाणा में 24 डिपो और 18 सब डिपो में ये प्रदर्शन हुआ. इसी के तहत हिसार में भी रोडवेज के कर्मियों ने धरना लगाते हुए सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है. हालांकि इस बीच किसी प्रकार की सेवाएं प्रभावित नहीं हुई, लेकिन जैसे-जैसे रोडवेज कर्मियों को समय मिला, वो धरना स्थल पर पहुंच कर समर्थन देते नजर आएं. हिसार में ये प्रदर्शन बस स्टैंड के पिछे की तरफ कर्मशाला के नजदीक किया गया.

संयुक्त कर्मचारी संघ के डिपो प्रधान राम सिंह बिश्नोई, सुभाष ढिल्लो और राजबीर दूहन ने बताया​ कि सरकार कर्मियों की पेंशन बंद कर रही है, जबकि MLA, एमपी की पेंशन बढाई जा रही है. प्रदर्शन के पीछे का मकसद सरकार की नींद खोलना है, उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर कई बार ज्ञापन इत्यादि दे दिये, लेकिन समस्याओं का हल नहीं हुआ. अब बजट सेंशन आना है, ऐसे में उनकी मांगे है कि इस बजट सेंशन में उनकी मांगे पूरी की जाएं.

उन्होंने कहा कि यूनियन नेताओं ने मुख्य मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाए. कर्मचारियों के अर्जित अवकाश कटौती का पत्र निरस्त करवाने और परिचालक और लिपिक ग्रेड पे बढ़वाने और रोडवेज चालकों को हैवी व्हिकल चालक ग्रेड पे और मैकेनिकों को तकनीकी वेतनमान दिलवाने की मुख्य मांग उठाई, इसके साथ ही कर्मचारियों ने वेतन विसंगतियों को दूर करने जैसी मांगों को लेकर भी अपनी हुंकार भरी.

आखिर छुट्टियों का क्या है चक्कर

प्रदर्शनकारी कर्मचारी नेता राजबीर दूहन ने बताया​ कि सरकार ने कर्मचारियों के हितों पर डाका मारने की साजिश रची है. रोडवेज कर्मचारियों के लिए पहले 1984 रुल एक्ट था, लेकिन 22 अक्तूबर, 2022 को नया लेटर जारी किया गया,  जिसमें अर्जित छुट्टियों पर कैंची चला दी गई. उदाहरण देते हुए यूनियन लीडर ने बताया कि पहले कर्मचारी जब रिटायर होता था, तो वो अपनी बची हुई छुट्टियों को रिटायरमेंट के आस-पास ले लेता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है, नया रुल कर्मचारियों के लिए पुराने नियमों को लागू नहीं करवाता है.

अब आगे क्या करेंगे कर्मचारी

यूनियन लीडर्स ने बताया कि आज सांकेतिक रुप से कर्मियों ने अपनी आवाज बुलंद की है, अब 19 फरवरी को पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पूरे प्रदेश के कर्मी सीएम आवास पर दस्तक देंगे. इसके साथ ही 12 मार्च को फरीदाबाद में परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के आवास पर घेराव होगा. ये तमाम प्रदर्शन सांझा कर्मचारी संगठन के आहवान पर होगा. यूनियन लीडर्स ने कहा कि सरकार कर्मचारी विरोधी नीति अपना कर कर्मियों को आंदेालन के लिए उकसा रही है. सांझा मोर्चा हड़ताल करने से भी पीछे नहीं हटेगा.

                                                                                                                                                                                                                                  रिपोर्टरः रोहित कुमार

Trending news