Haryana News: हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट को मिला गोल्ड, सर्वखाप ने किया सम्मानित
Vinesh Phogat News: सर्वखाप के गोल्ड मेडल से सम्मानित होने के बाद विनेश ने सभी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरा परिवार और प्रदेश के सभी लोग मेरे साथ खड़े हैं. इसे देखकर लग रहा है कि अभी मेरी लड़ाई खत्म नहीं, बल्कि अब शुरू हुई है.
Haryana News: पेरिस ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचकर डिस्क्वालिफाई हुईं हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट को रविवार को रोहतक में सर्वखाप पंचायत ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया है. सर्वखाप का पहला गोल्ड मेडल विनेश को मिला है. अब तक किसी को भी सर्वखाप का गोल्ड मेडल नहीं मिला है. इसके लिए सर्वखाप ने एक सम्मान समारोह का आयोजन किया. यहां विभिन्न खापों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
विनेश के जन्मदिन के दिन सर्वखाप ने गोल्ड मेडल से किया सम्मानित
सर्वखाप के गोल्ड मेडल से सम्मानित होने के बाद विनेश ने सभी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मेरा परिवार और प्रदेश के सभी लोग मेरे साथ खड़े हैं. इसे देखकर लग रहा है कि अभी मेरी लड़ाई खत्म नहीं, बल्कि अब शुरू हुई है. बता दें कि पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण डिस्क्वालिफाई घोषित होने के बाद सर्वखाप ने उन्हें सम्मानित करने का फैसला लिया था. इसे लेकर विभिन्न खापों की बैठक हुई थी. इसके बाद तय हुआ कि विनेश के जन्मदिन यानी 25 अगस्त हो उन्हें सम्मानित किया जाएगा.
भावुक हुई विनेश फोगाट
कार्यक्रम में जब विनेश फोगाट ने अपने माता-पिता का नाम लिया तो वह भावुक हो गईं. उन्होंने कहा, मेरे पापा आज जो नहीं हैं, बहुत खुश होंगे. उनकी बेटी सिर्फ उनकी बेटी नहीं है, बल्कि पूरे भारत की बेटी है. मैं अपनी मां को भी बहुत धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने इतनी हिम्मत व संघर्ष कर मुझे इतना ताकतवर बना दिया है कि आज मैं किसी भी संघर्ष या स्थिति से निकलूंगी तो हार कर नहीं निकलूंगी.
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अब हमें हराने वाला कोई नहीं- विनेश फोगाट
विनेश ने कहा, मुझे आज भी याद है जब हम धरने पर बैठे थे तो सब लोग हमारे साथ खड़े थे. सबसे पहले यही डर होता है कि अगर मैं किसी के चीज खिलाफ आवाज उठाऊंगी तो शायद मेरा परिवार मुझे डांटेगा. हम ऐसे दरिंदे के सामने बोलने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाए थे. जब हमें हिम्मत मिली और जब पता लगा कि पूरा परिवार हमारे साथ है तो आज भी हम विश्वास के साथ लड़ रहे हैं. हमें हराने वाला कोई नहीं, सच की हमेशा जीत होती है.
किसी भी मेडल से बड़ा है हमारी बहनों का मान-सम्मान
विनेश ने कहा कि बताना चाहती हूं कि लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई. लड़ाई तो अब शुरू हुई है. अपनी बेटियों के मान-सम्मान की लड़ाई अभी चल रही है. हमारे किसी भी ओलिंपिक मेडल से बड़ा हमारी बहनों का मान-सम्मान है. हमारी छोटी-छोटी बहनें जो खेलती हैं, उन्हें देखते थे तो डर लगता था कि इनका भविष्य कैसा होगा. हम अपनी बहनों को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि अब कुश्ती में घबराना नहीं है. आपके सामने आपकी बहनें खड़ी हैं, जो आपके लिए रास्ता साफ करेंगी. हमारे जो सपने अधूरे रह गए हैं, उन्हें अब आप पूरा करेंगी.
डिस्क्वालिफाई के बारे में नहीं की बात
विनेश फोगाट से जब पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन अधिक बताकर डिस्क्वालीफाई करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अभी इस पर बात करने की स्थिति में नहीं हैं. इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि वह कुश्ती दोबारा लड़ेंगी तो उन्होंने कहा कि अभी वह इस निर्णय को लेकर कुछ नहीं कह सकतीं.
INPUT: RAJ TAKIYA
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