राजेश खत्री/सोनीपत: सोनीपत जिला के गांव जुआ-1 के खेतों से पानी निकासी की मांग को लेकर किसानों का डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन अब उग्र होता जा रहा है. ग्रामीणों ने अब इच्छा मृत्यु को लेकर देश की राष्ट्रपति को भी ज्ञापन भेजने के साथ गांव में 12 नवंबर को होने वाले चुनाव का भी पूर्ण रूप से बहिष्कार कर दिया है. अब इस गांव में चुनाव नहीं होगा.


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सोनीपत जिले के गांव जुआ-1 के यह ग्रामीण किसान पिछले 21 दिनों से यहां डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के समक्ष अपने खेतों से पानी निकासी करवाने की मांग को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीण किसान यहां प्रशासन और सरकार के खिलाफ भी जमकर प्रतिदिन नारेबाजी करते हैं, लेकिन इनकी सुनवाई नहीं होने से यह अब काफी मायूस हो चुके हैं और देश की राष्ट्रपति को भी लिखित रूप में ज्ञापन भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग भी कर रहे हैं. गांव के किसानों ने संपूर्ण गांव में निर्णय लिया कि पंचायती चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार किया जाएगा कोई भी गांव से पंच और सरपंच पद के लिए उम्मीदवार नहीं बनेगा. इसी वजह से जितने भी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था सब ने वापस ले लिया है. अब इस गांव में चुनाव भी नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार और प्रशासन किसानों को बर्बाद करने पर तुली हुई है. उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. हालात ऐसे हैं कि अब वह अपनी आगामी फसलों की बिजाई नहीं करने से बर्बादी के कगार पर पहुंच चुके हैं.


जब इस विषय को लेकर जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजपाल चहल से बात की गई तो उनका भी कहना था कि जुआ-1 गांव की तरफ से जितने भी नॉमिनेशन फार्म प्राप्त हुए थे. वह ग्रामीणों ने वापिस ले लिए थे, जिस वजह से अब 12 नवंबर को इस गांव में सरपंच और पंच का चुनाव नहीं हो रहा है.


बता दें कि गांव जुआ में 2 ग्राम पंचायत मौजूद हैं. आरोप है कि युवा ग्राम पंचायत-2 के किसान अपने खेतों की तरफ श्मशान घाट की तरफ से पानी निकासी नहीं होने दे रहे हैं, जिससे आपसी खींचतान की वजह से प्रशासन भी पानी निकासी करने में नाकाम साबित हो रहा है, लेकिन जल्द ही इस विषय को लेकर प्रशासन के आला अधिकारियों और सरकार द्वारा गंभीरता से किसानों का समाधान जरूर निकाल कर इन्हें राहत प्रदान करनी चाहिए. ताकि आगामी फसल बिजाई का कार्य समय पर हो सके.