Haryana News: लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने हरियाणा में बीजेपी को साइलेंटली बड़ा झटका दे दिया है. हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों ने नायब सिंह सैनी सरकार से समर्थन वापस ले लिया. साथ ही कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के लिए समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि हरियाणा की सरकार अल्पमत में आ गई है. कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू करने और जल्द विधानसभा चुनाव कराने की मांग रख दी है. 


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90 सीटों वाली विधानसभा में अभी बीजेपी की 40, कांग्रेस की 30, जेजेपी की 10, इनेलो व एचएलपी की एक-एक सीट है. इसके अलावा 6 निर्दलीय विधानसभा के सदस्य है. बहुमत के लिए 46 का आंकड़ा चाहिए. जेजेपी के समर्थन वापस लेने के बाद बीजेपी 6 निर्दलीय और एक एचएलपी विधायक की मदद से सरकार बचाने में कामयाब हो गई थी. जिन 6 निर्दलीय विधायकों में नयनपाल रावत (पृथला विधायक), धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी), रणधीर सिंह गोलन (पुण्डरी), राकेश (बादशाहपुर विधायक), सोमबीर सांगवान (चरखीदादरी) और बलराज कुंडू (महम) शामिल हैं. 


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रोहतक में मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समक्ष तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दे दिया. ये तीन विधायक हैं-सोमबीर सांगवान, गोलन और धर्मपाल गोंदर। निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस को समर्थन देने के बाद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि बीजेपी अब अल्पमत में है. सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.


बेरोजगारी और महंगाई के चलते समर्थन वापस लिया
बीजेपी से कांग्रेस के पाले में आए निर्दलीय विधायकों ने कहा कि बेरोजगारी और महंगाई के चलते उन्होंने हरियाणा सरकार से समर्थन वापस लिया. बीजेपी की नीतियों से असंतुष्ट विधायक धर्मपाल गोंदर ने कहा कि जिस वक्त उन्हें (बीजेपी) सरकार बनाने के लिए हमारे समर्थन की जरूरत थी, हमें बार-बार बुलाया गया. हमने तय किया था कि जब तक मनोहर लाल सत्ता में हैं, हम समर्थन करेंगे. दुख है कि वह अब सत्ता में नहीं हैं. किसानों के हित में हम सरकार से समर्थन वापस लेते हैं.


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कांग्रेस को जनता नहीं, अपनी इच्छाओं से मतलब
वहीं तीन निर्दलीयों के समर्थन वापसी पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि कुछ विधायक इच्छापूर्ति के लिए जुड़े होते हैं और कांग्रेस आजकल इच्छा पूरी करने के दावे कर रही है और इसलिए निर्दलीय विधायक चले गए, लेकिन बाद में जनता को ही इच्छा पूरी करनी है. सीएम ने कहा कि कांग्रेस को जनता नहीं, अपनी इच्छाओं से मतलब है और इसलिए कांग्रेस लगी हुई है. लोगों को सब पता है.