Corona के बाद H3N2 फ्लू तेजी से बना रहा लोगों को अपना शिकार, कहीं आप में भी तो नहीं हैं इसके लक्षण
Influenza H3N2: कोरोना महामारी के बाद राजधानी दिल्ली में Influenza H3N2 के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने लोगों से मास्क लगाने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह दी है.
Influenza H3N2: राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी के बाद H3N2 इन्फ्लूएंजा काफी तेजी से फैल रहा है. लगभग हर घर में इन्फ्लूएंजा के मरीज मिल रहे हैं. इस वायरस के लक्षण भी कोरोना महामारी से मिलते जुलते हैं, जिसे देखते हुए डॉक्टर्स ने लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक
H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को हेल्थ एक्सपर्ट्स के साथ बैठक की इसमें फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए उनसे बचने के तरीकों पर चर्चा की गई. पिछले महीने से राजधानी दिल्ली में इन्फ्लूएंजा के मामलों में तेजी आई है, कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए ये ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
क्या है H3N2 इन्फ्लूएंजा?
H3N2 वायरस इन्फ्लुएंजा A का सबटाइप है, जो तेजी से म्यूटेट करता है और लोगों को अपना शिकार बनाता है. इस वायरस को हांगकांग फ्लू के नाम से भी जाना जाता है.यह H1N1 की तरह ही एक वायरस है, जो पहले जानवरों में होता था और अब यह इंसानों को संक्रमित कर रहा है. यह वायरस हमारे शरीर में बनने वाली व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) को कम कर देता है, जिसकी असर इम्यूनिटी पर पड़ता है.
H3N2 इन्फ्लूएंजा के लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ होना
- लगातार तेज बुखार का होना
- छाती या पेट में दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- कमजोरी और चक्कर आना
- पुरानी बीमारी का दोबारा उभरना
- सर्दी-जुकाम और तेज खांसी का होना
H3N2 इन्फ्लूएंजा इन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक
- 5 साल से कम उम्र के छोटे बच्चे
- 65 साल से ऊपर के बुजुर्ग
- प्रेग्नेंट महिलाएं
- सांस और अस्थमा के मरीज
- डायबिटीज के मरीज
- कैंसर के मरीज
H3N2 इन्फ्लूएंजा से कैसे करें बचाव
- सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं
- खांसते व छींकते समय नाक को कवर कर लें
- प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें
- बाहर की तली-भुनी चीजों का कम से कम सेवन करें
- हाथ धुलते रहें
- ज्यादा पानी पिएं
- बुखार होने पर पेरासिटामोल लें
- 2-3 दिन से ज्यादा बुखार रहने पर डॉक्टर की सलाह लें