Hisar News: हिसार में पूर्व मंत्री संपत सिंह द्वारा आयोजित जनसभा को सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सभा को कुरुक्षेत्र में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और महिला पहलवानों के यौन शोषण के खिलाफ एक दिवसीय धरने का रूप दे दिया. इस जनसभा ने कल कुरुक्षेत्र में किसानों पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की तथा महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद को गिरफ्तार न करने की कड़े शब्दों में निंदा की. साथ ही एकमत से 2 निंदा प्रस्ताव पारित किए.


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सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि मध्य प्रदेश के मंदसौर गोलीकांड की छठवीं बरसी पर कल हरियाणा में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में भाजपा सरकार ने एक बार फिर अपना किसान विरोधी चेहरा दिखाया है, जिस बर्बरता के साथ किसानों पर लाठीचार्ज किया गया. उससे ब्रिटिश साम्राज्य की क्रूरता की याद आ गयी. इससे स्पष्ट हो चुका है कि ये सरकार न किसान की है, न जवान की है, न पहलवान की है. ये सरकार सिर्फ धनवान की है. मंडी में किसान की फसल पिट रही है और सड़क पर किसान पिट रहा है, इसको पूरा देश देख रहा है. सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर गई है. हरियाणा में तो किसानों पर लाठीचार्ज की घटनाएं आम हो गयी हैं. दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को चेतावनी दी कि किसान की हाय इस सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी एक-एक लाठी का जवाब देना होगा.


उन्होंने घोषणा की थी कि वे अगर ये सरकार MSP की कानूनी गारंटी नहीं देगी तो 2024 में बदलाव आएगा और कांग्रेस सरकार बनते ही MSP की कानूनी गारंटी की मांग को पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा समेत पूरे उत्तर भारत में MSP पर सूरजमुखी की खरीद की जाए. कल जिन किसानों को सरकार ने हिरासत में लिया है. उनको तुरंत रिहा किया जाए. लाठीचार्ज में घायल हुए किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाए और किसान आंदोलन के समय किसानों से एमएसपी कमेटी का वादा किया था. उसका ठीक ढंग से क्रियान्वयन करके MSP की कानूनी गारंटी दी जाए.


सरकार बेटियों के मेडल से करती हैं हिंसा
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इंसाफ की मांग कर रही बेटियों का साथ देना अगर गुनाह है तो वो इस गुनाह को स्वीकार करते हैं. उन्होंने कहा कि बेटियों को न्याय मिले और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, हम अपनी बेटियों का साथ देंगे. दुर्भाग्य की बात है कि सरकार बेटियों के प्रति सौतेले व्यवहार के नए-नए आयाम स्थापित कर रही है. ये पहला उदाहरण होगा, जब बेटियां अपनी शिकायत लेकर सामने आईं तो पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की, इसके लिये उन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा. इसके बाद भी सरकार ने आरोपी भाजपा सांसद की गिरफ्तारी नहीं की, जो कि देश में इस प्रकार का शायद पहला उदाहरण होगा. जब बेटियां अपने मेडल विसर्जित करने के लिये हरिद्वार गईं तो सरकार के किसी प्रतिनिधि ने उनको रोकने की कोशिश तक नहीं की. ऐसा लगता है कि ये सरकार सिर्फ बेटियों के साथ ही नहीं उनके मेडल से भी घृणा करती है. उन्होंने सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि अपने एक सांसद को बचाने के लिए पूरे सरकारी तंत्र को बेटियों की आवाज कुचलने के लिए खुला छोड़ दिया गया है.


उन्होंने हाथ से हाथ जोड़ों के संकल्प दोहराते हुए कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो यानी हरियाणा की 36 बिरादरी के हर भाई को प्रेम की डोर से जोड़ो, किसान को MSP गारंटी से जोड़ो, नौजवानों को रोजगार से जोड़ो, पहली कलम से 2 लाख पक्की नौकरी से जोड़ो, गरीब परिवारों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट व 2 कमरे के मकान से जोड़ो, हर परिवार को 300 यूनिट फ्री बिजली से जोड़ो, हर गृहणी को 500 रुपये में घरेलू गैस सिलेंडर से जोड़ो, कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम से और बुजुर्गों को देश में सबसे ज्यादा 6000 रुपये बुढ़ापा पेंशन से जोड़ो, खिलाड़ियों को पदक लाओं पद पाओ नीति से जोड़ो, ओबीसी वर्ग की आय सीमा 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख से जोड़ो, हाथ से हाथ जोड़ो यानी प्रदेश के हर गाँव शहर को पूर्ववर्ती हुड्डा सरकार के समय वाले विकास से जोड़ो.