Hisar News: 15 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने जा रही हैं. वहीं इस बार 400 साल बाद खास संयोग बन रहा है, जो हर तरह की खरीदारी के लिए शुभ है.
Trending Photos
Hisar News: नवरात्र का उत्सव इस बार 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. हिसार के प्राचीन देवी भवन मंदिर ने इसके लिए व्यापक तैयारी की है. आपको बता दें कि इस बार नवरात्रों में 400 साल के बात खास संयोग बन रहा है, जो हर तरह की खरीदारी के लिए शुभ है, जबकि नवरात्रि के अवसर पर हिसार के प्राचीन देवी भवन मंदिर में एक लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर में देवी मां के दर्शन के लिए आते हैं.
देशभर में 15 अक्टूबर से नवरात्र का आगाज हो रहा है. कहते है कि नौ दिन मां दुर्गा के व्रत रखने से तमाम मनोकामनाएं पूरी होती है. इस बार नवरात्रों के मौके पर हिसार के देवी भवन मंदिर में खास तैयारियां की गयी है. मंदिर को नवरात्रों को देखते हुए खास तौर पर सजाया जा रहा है. वैसे हिसार के सबसे प्राचीन मंदिर में मां काली की आरती खास होती है, जिसके लिए श्रद्धालुओं की अच्छी भीड़ देखने को मिलती है.
माना जाता है ये प्रतिमा 400 साल पुरानी है. पंडित सुरेश कुमार ने बताया कि आरती के लिए हमेशा ही नवरात्रों पर भीड़ होती है, जबकि इसमें हम आमजन के लिए माता की आशीर्वाद की कामना करते हैं.
आपको बता दें कि इस बार नवरात्रों में 400 साल के बाद खास संयोग बन रहा है, जो हर तरह की खरीदारी के लिए शुभ है. ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि सितारों की ऐसी स्थिति पिछले 400 साल में नहीं बनी. इस बार नवरात्रि का हर दिन शुभ रहेगा. इन दिनों में प्रॉपर्टी खरीदने से लेकर नया बिजनेस शुरू करने तक हर मुहूर्त रहेगा. इन दिनों में सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं होती. नई शुरुआत और खरीदारी के लिए भी ये दिन बहुत शुभ होते हैं, जबकि नवरात्रों के अवसर पर हिसार के प्राचीन देवी भवन मंदिर में एक लाख से अधिक श्रद्धालु मंदिर में देवी मां के दर्शन के लिए आते हैं.
माता दुर्गा को आदिशक्ति कहा जाता है. शक्ति दायिनी मां दुर्गा की आराधना के लिए साल के दो पखवाड़े बेहद अहम माने जाते हैं. इस पखवाड़े में इस बार के नवरात्रे बेहद खास माने जा रहे हैं. हिसार के प्राचीन देवी भवन मंदिर में हर वर्ष नवरात्रों के मौके पर श्रद्धालुओं की खास भीड़ देखने को मिलती है, जबकि मंदिर समिति ने मंदिर को सजाने के लिए भव्य रूप से तैयारी की है. 15 अक्टूबर को नवरात्रि का पहला दिन है, जबकि देवी पूजा का नौ दिवसीय पर्व 23 अक्टूबर तक चलेगा. नवरात्रि में व्रत रखने का अपना ही महत्व होता है. पंडित राजनारायण शुक्ल ने कहा कि व्रत रखना अपनी सामर्थ्य के अनुसार होता है, लेकिंन मुख्य बात ये है कि व्रत श्रद्धा के अनुसार रखा जाए.