FBU जासूसी कांड में सिसोदिया के खिलाफ दर्ज होगा मामला, डिप्टी सीएम बोले-झूठे केस करना कायरता की निशानी
Manish Sisodia Latest News: जांच एजेंसी का आरोप है कि FBU ने फरवरी 2016 से सितंबर 2016 तक नेताओं की जासूसी की. फीड बैक यूनिट ने बीजेपी के साथ ही AAP से जुड़े नेताओं की भी जानकारी एकत्र कराई और इसके लिए LG से भी कोई मंजूरी भी नहीं ली गई.
नई दिल्ली: दिल्ली में मेयर चुनाव से पहले शराब नीति मामले में घिरे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीबीआई को फीडबैक यूनिट के जरिये जासूसी कराने के मामले में मनीष सिसोदिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज करने का आदेश दिया है. सीबीआई ने पिछले दिनों मनीष सिसोदिया और कुछ अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की अनुमति गृह मंत्रालय से मांगी थी.
2015 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने फीड बैक यूनिट (FBU) बनाई थी. जांच एजेंसी का आरोप है कि FBU ने फरवरी 2016 से सितंबर 2016 तक नेताओं की जासूसी की. फीड बैक यूनिट ने बीजेपी के साथ ही AAP से जुड़े नेताओं की भी जानकारी एकत्र कराई और इसके लिए LG से भी कोई मंजूरी भी नहीं ली गई.
बता दें कि वर्तमान में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पास विजिलेंस विभाग है. 12 जनवरी को सीबीआई ने खुफिया विभाग को रिपोर्ट पेश की. साथ ही भ्रष्टाचार के मामले में मनीष सिसोदिया और अन्य अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग एलजी से की थी. इसके बाद उप राज्यपाल विनय सक्सेना ने अपनी मंजूरी दे दी थी. अब गृह मंत्रालय ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ केस दर्ज करने और जांच करने की अनुमति सीबीआई को दे दी है.
शराब नीति पर भी घिरे हैं सिसोदिया के आवास पर सीबीआई रेड मार चुकी है. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और खुद मनीष सिसोदिया स्वयं कई बार अपनी गिरफ्तारी की आशंका जता चुके हैं. शराब नीति वाले मामले में जांच एजेंसी ने हाल ही में सिसोदिया को समन भेजा था. 26 फरवरी को सिसोदिया को जवाब तलब किया गया है.
आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा है कि आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए राजनीतिक साजिश रची जा रही है. 2015-16 का यह मामला है और आज करीब 6 साल बाद एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दी गई है. उन्होंने कहा कि पहले बीजेपी को यह लगता था कि शायद आम आदमी पार्टी इतना अच्छा नहीं कर पाएगी, लेकिन अब जैसे-जैसे आप की लोकप्रियता बढ़ रही है, वैसे-वैसे बीजेपी की चिंता बढ़ती जा रही है. यही वजह है कि अब एक के बाद एक एफआईआर दर्ज कराकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर शिकंजा कसने की कोशिश की जा रही है.
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया-अपने प्रतिद्वंदियों पर झूठे केस करना एक कमजोर और कायर इंसान की निशानी है. जैसे-जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ेगी, हम पर और भी बहुत केस किए जाएंगे.
इधर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, दिल्ली की जनता मनीष सिसोदिया पर FBU जासूसी कांड में मुकदमा चलाने की प्रशासनिक अनुमति का स्वागत करती है. हमें विश्वास है मनीष सिसोदिया इस आरोप में जेल जाएंगे.