Delhi IGI Airport News: राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 पर शुक्रवार सुबह हुए हादसे ने दिल्ली की प्रशासनिक व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर दिया है. इस हादसे ने एक हंसते खेलते परिवार के ना केवल सबसे बड़े बल्कि जिस पर पूरा परिवार आश्रित था उसको अपनी आगोश में ले लिया. परिवार को वो दर्द दे गया  जिसे परिवार शायद ही कभी भुला सके. मृतक की पहचान करीब 45 साल के रमेश कुमार के रूप में हुई है. जो अपने परिवार के साथ दिल्ली के रोहिणी स्थित विजय विहार में रहता था. 


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परिवार कर रहा न्यायिक जांच की मांग 
परिजनों का कहना है कि बीते करीब 1 से 2 महीने पहले ही परिवार यहां पर रहने आया था. कई वर्षों से मृतक रमेश कैब चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था. रमेश के बेटे रविंद्र ने बताया कि उनके पिता अकेले परिवार का खर्चा चलाते थे. उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता की मौत के बाद अब परिवार का पालन पोषण कैसे होगा यह एक बहुत बड़ा सवाल है. इतना ही नहीं उन्होंने इस हादसे के लिए न्यायिक जांच की मांग की है. सरकार से इसके लिए उचित मुआवजे की भी मांग की है.


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एयरपोर्ट अथॉरिटी ने नहीं किया संपर्क 
बता दें कि दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के  T1 पर हुए हादसे में मृतक परिवार में रमेश कुमार के 2 बेटे और 2 बेटी हैं. मृतक की मौत के बाद ना केवल परिवार के गुजारा कैसे होगा यह एक बड़ा सवाल है बल्कि मृतक के दोनों बेटियों का विवाह कैसे होगा अब ये भी परिवार सोचने पर मजबूर हो रहा है, क्योंकि परिवार के गार्जियन की मौत के बाद परिवार पर अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. रविंद्र ने आगे कहा कि जब सुबह उन्हें इस बात की जानकारी मिली तो उसके बाद भी प्रशासन का उदासीन रवैया देखने को मिला. इतना ही नहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से भी किसी ने कोई संपर्क नहीं किया है. जो एयरपोर्ट अथॉरिटी के ऊपर भी सवालिया निशान खड़े कर रहा है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस हादसे का असली जिम्मेदार कौन है? आखिर किसके ऊपर एक मौत की जवाबदेही तय होगी ? इन सब सवालों के बीच इस हादसे ने एक परिवार को कभी ना भरने वाला जख्म मिला है.


Input- Deepak