नई दिल्ली: शहीद ए आजम भगत सिंह के शहीदी दिवस पर आज जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी ने मेगा रैली का आयोजन किया. इस दौरान मंच पर सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. अपने भाषण में भगवंत मान ने केंद्र सरकार के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए. 


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उन्होंने कहा कि इसी जंतर मंतर पर कुछ लोग इकट्ठा हुए और रामलीला मैदान पहुंचे थे और वहीं से आम आदमी पार्टी (AAP) का जन्म हुआ और आज हम फिर इकट्ठा हुए है. उन्होंने कहा, मैंने दिल्ली से बहुत सीखा. मोहल्ला क्लिनिक के बारे में जाना. दिल्ली की तर्ज पर पंजाब में पहले 100 मोहल्ला क्लिनिक थे, जिनकी संख्या 26 जनवरी को बढ़कर 500 हो गई. स्कूल ऑफ एमनेस्टी खोले. अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि मुफ्त बिजली देंगे और लोगों ने पूछा था कि पैसा कहां से आएगा. अब 1 जुलाई से लोगों के बिल जीरो आ रहे हैं.


बिना पढ़े पीएम फाइल पर कर देते हैं साइन 
प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए भगवंत मान ने कहा, PM के पास अफसर आता है कि आधी रात को लोकसभा बुलाकर नोटबंदी लागू कर दो,  लागू कर दो, GST लगा दो. पीएम बिना पढ़े फाइल को साइन कर देते हैं, क्योंकि... भगवंत मान ने कहा कि प्रधानमंत्री को कम से कम फाइल को पढ़कर साइन करना चाहिए.



पंजाब के सीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि फाइलें हमारे पास भी आती हैं. 5-10 मिनट में पता चल जाता है कि फाइल में क्या है. पीएम की तुलना केजरीवाल से करते हुए कहा कि एक हमारे संयोजक है जो पढ़े लिखे हैं, इनकम टैक्स अफसर रहे हैं. वो जानते हैं कि पैसा कहां से आता है. जनता पर कैसे खर्च करना है. ये फर्क होता है पढ़ाई का. 
 
प्रधानमंत्री से की अहंकार छोड़ने की अपील 
भगवंत मान ने कहा कि लोकतंत्र में जो जनता का हक है, वो उसे मिलना चाहिए. जो रोकने की कोशिश करता है वो गलत करता है. भगवंत मान ने कहा- मोदी जी अहंकार मत करिए, जो आता है उसे जाना भी होता है. कुर्सी पर बैठकर अहंकार मत करो. बड़े-बड़े अहंकारी आए और चले गए. जनता को जवाब देना होता है.


उन्होंने कहा कि आज सरदार भगत सिंह को आज सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि आज कुछ लोग घर से निकलकर जनहित के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. आप अपने घर जाकर वोटर कार्ड में अपनी फोटो देखेंगे तो आपको उसमें सरदार भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव की फोटो दिखाई देगी, क्योंकि अंग्रेज हमें वोट नहीं डालने देते थे. हमें आजादी दिलाने के लिए सरकार भगतसिंह ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और हमारी आजादी के लिए फांसी पर चढ़ गए.