Jhajjar News: हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को बेशक हरियाणा में गब्बर की संज्ञा दी जाती हो, लेकिन कड़वी सच्चाई यहीं है कि झज्जर के सरकारी अस्पताल के स्टॉफ के दिलों दिमाग में स्वास्थ्य मंत्री का खौफ न के बराबर है, तभी तो यहां के स्टॉफ को लेट लतीफ होना रोजमर्रा का काम बन गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Delhi Crime News: 25 हजार रुपये के लिए युवक को मारी गोली, आरोपी गिरफ्तार


 


स्टॉफ के आम सदस्यों के साथ-साथ स्थानीय चिकित्सक भी अपनी ड्यूटी पर एक से दो घंटा लेट आते हैं, जिसका खामियाजा यहां आने वाले मरीज व उनके तिमारदार को भुगतना पड़ता है. झज्जर के गांव माछरौली, छबीली, दादनपुर सहित अन्य गांवों से आए मरीज व उनके तिमारदारों ने बताया कि उन्हें यहां उपचार व डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए काफी समय हो गया है, लेकिन घंटा व दो घंटे बीत जाने के बावजूद भी डॉक्टरों का कहीं कोई अता पता नहीं है.


अस्पताल में सुविधाओं का आभाव
उनका यह भी कहना था कि सर्दी के इस मौसम में वह काफी दूर से यहां उपचार लेने के लिए सरकारी अस्पताल आए हैं, लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां केवल और केवल उन्हें परेशानी हीं झेलनी पड़ी है. मरीजों का यह भी कहना था कि बिल्डिंग के नाम पर सरकार ने यहां ऊंची ईमारत तो बना डाली, लेकिन सुविधाओं का अभाव यहां पूरी तरह से है न तो समय पर डॉक्टर आते हैं और न ही उन्हें यहां से दवाइयां ही मिलती है.


डॉक्टरों की उपस्थति सुनिश्चित करें मंत्री
डॉक्टरों की मिलीभगत के चलते उन्हें दवाइयां भी बाहर से खरीदने को मजबूर होना पड़ता है. मरीजों ने सरकार और स्वास्थ्य मंत्री से गुहार लगाई है कि वह यहां समय पर डॉक्टरों की उपस्थति सुनिश्चित करें और दवाइयां भी यहीं से मिले ऐसा प्रावधान करें.


Input: Sumit Kumar