Jhajjar News: झज्जर में मंडी प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां मंडी से गेहूं का उठान न हो पाने के कारण हजारों क्विंटल गेहूं सड़ गया है. आढ़तियों ने इसके लिए ठेकेदार और विभाग के इंस्पेक्टर को जिम्मेदार ठहराया है.


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बेरी अनाज मंडी में एक बार फिर से विभागीय लापरवाहीं सामने आई है. यहां मंडी में विभागीय लापरवाहीं के चलते आढ़तियों का हजारों क्विंटल गेहूं सड़ गया है, जिसकी वजह से आढ़तियों को दो से ढाई करोड़ रूपये का नुकसान होने की बात आढ़तियों द्वारा कही गई है. आढ़तियों का कहना है कि यदि समय रहते गेहूं का उठान हो जाता तो आढ़तियों का नुकसान होने से बच सकता था.


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आलम यह है कि बेरी अनाज मंडी में बरसात की वजह से सड़ चुके गेहूं को मजूदर कस्सियों से खुरचकर इक्ट्ठा करते हुए नजर आए. आढ़तियों का कहना था कि समय रहते गेंहू का उठान इसलिए नहीं हो पाया, क्योंकि सम्बंधित ठेकेदार व विभाग के एक इंस्पेक्टर की आपसी मिलीभगत के चलते यह गेंहू पड़ा रहा.


आढ़तियों का यह भी कहना था कि ठेकेदार और इंस्पेक्टर की मिलीभगत के चलते इस उठाने के लिए गेहुं का प्रति कट्टा चार रूपये रिश्वत मांगी गई. जब यह मुंह मागी रकम रिश्वत के रूप से उपलब्ध नहीं कराई गई तो गेहूं का उठान नहीं हो पाया, जिसकी वजह से पिछले दिनों आई बरसात के चलते गेंहू भीग कर सड़ गया. उधर इस मामले में उपायुक्त शक्ति सिंह का कहना था कि मामला उनके संज्ञान में आने के बाद इस बारे में जांच के आदेश दे दिए गए है.


बेरी के एसडीएम और डीएफएससी मामले की जांच करेंगे और लापरवाहीं के लिए जो भी जिम्मेवार पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उठान के लिए प्रति कट्टा चार रूपये की रिश्वत मांगने के मामले में उपायुक्त ने कहा कि निश्चित रूप से यह एक भ्रष्टाचार का बड़ा मामला है. इसकी भी जांच कराई जाएगी और जो लोग
भी दोषी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


Input: Rushtam Jakhar