जींद के गांव बिरौली में दुकानदार ने ललितखेड़ा गांव निवासी किसान अमित को नकली डीएपी खाद बेच दिया था. इसके बाद खेत में डीएपी से असर नहीं होने पर कृषि विभाग को शिकायत की. उसके बाद कृषि विभाग हरकत में आया और टीम ने सैंपल भरे तो यह सैंपल फेल आए.
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Jind News: जींद में तिरुपति बालाजी बीज भंडार के दुकनादर द्वारा किसान को नकली डीएपी खाद बेचने के मामला सामने आया है. यह मामला संज्ञान में आने के बाद कृषि विभाग की टीम ने सैंपल जांच के लिए भरे थे. जांच के बाद यह सैंपल फेल आए तो कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी बालमुकुंद ने एक्शन लेते हुए 21 दिन के लिए दुकनादर का लाइसेंस रद्द कर दिया. वहीं दुकनादर विकास के खिलाफ धोखाधड़ी, कापीराइट एक्ट, आवश्यक वस्तू अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं के तहत थाने में मामला दर्ज करवा दिया.
जींद के गांव बिरौली में दुकानदार ने ललितखेड़ा गांव निवासी किसान अमित को नकली डीएपी खाद बेच दिया था. इसके बाद खेत में डीएपी से असर नहीं होने पर कृषि विभाग को शिकायत की. उसके बाद कृषि विभाग हरकत में आया और टीम ने सैंपल भरे तो यह सैंपल फेल आए.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के टीआई बालमुकुंद कौशिक ने बताया कि ललितखेड़ा गांव निवासी अमित ने उन्हे यह शिकायत दी थी कि, बिरौली गांव में तिरुपति बालाजी बीज भंडार से निर्मित डीएपी खाद के 60 बैग खरीद थे. इस खाद ने खेत में कोई काम नहीं किया. बाद में उसे पता चला कि यह नकली खाद था. अमित की शिकायत पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने बिरौली गांव में तिरुपति बीज भंडार पर रेड की. इस दौरान शिकायतकर्ता भी साथ था.
रेड के दौरान किसान कल्याण विभाग की टीम ने आईपीएल निर्मित कंपनी के तीन बैग गोदाम से बरामद हुए. इस खाद का नमूना लिया गया. इसके बाद जब दुकानदार विकास से इस बारे में पूछा गया. तो वह इस बारे में न तो ही कोई संतोषजनक जवाब दे पाया और न ही कोई बिल दिखा पाया. इस पर 21 दिन के लिए दुकानदार की फर्म का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया. इसके बाद विकास ने बताया कि उसने यह खाद कैथल के पुंडरी निवासी सुभाष से खरीदा था. नूमना जांच में इसका सैंपल फेल पाया गया. इससे पता चला कि अमित को जो डीएपी खाद बेचा गया वह नकली है. इस मामले की शिकायत पुलिस को दी गई. साथ ही आईपीएल कंपनी से खाद की सप्लाई के बारे में पता किया गया तो कंपनी ने बताया कि नकली खाद से उनका कोई लेना देना नहीं है.
इनपुट: गुलशन चावला