कैथल: कैथल व गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीमों ने भ्रूण जांच गैंग का पर्दाफाश किया है. जिसमें अलग-अलग जगह से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पांच के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया और करके जांच शुरू कर दी है. 


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बता दें कि भ्रूण जांच गैंग ने महिला के गर्भ में पल रहे भ्रूण की जानकारी के लिए पहले लिए 50 और फिर उसके बाद 10 हजार रुपये वसूले गए. जिनमें से 50 हजार रुपये की राशि का भुगतान सरकारी खाते से किया. इस मामे की जानकारी कैथल स्वास्थय विभाग को मिली, इसके बाद गैंग के सदस्य मनीष से विभाग द्वारा नकली ग्राहक बनकर संपर्क किया. तो उसने इस काम के 50 हजार रुपये मांगे और फिर काम होने के बाद 10 हजार रुपये देने को कहा. एक तारीख तय करके ग्राहक मनीष ने को आने के लिए कहा. 


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जिसके बाद कैथल और गुरुग्राम की एक संयुक्त टीम बनाई गई. टीम की महिला (ग्राहक) को गांव हरसौला से खुद लेने पहुंचे और वहां माजरा पहुंचने के बाद किसी दूसरे व्यक्ति के साथ सहारनपुर पहुंचाया गया. वहां महिला को एक घर में लेकर गए जहां अल्ट्रासाउंड मशीन लगी हुई थी. जिसके बाद टीम ने महिला का पीछा करते हुए गैंग के एक सदस्य को पकड़ा. सहारनपुर से पकड़े गए व्यक्ति ने दूसरे आरोपी के बारे में बताया जिसे टीम ने कैथल से गिरफ्तार किया.  


 पुलिस को दी शिकायत में कैथल के नोडल अधिकारी डॉ. गौरव पूनिया ने बताया कि जिला समुचित प्राधिकारी गुरुग्राम को गुप्त सूचना मिली थी कि कैथल निवासी एक मनीष नाम का व्यक्ति गुरुग्राम और कैथल से गर्भवती महिलाओं को उत्तर प्रदेश में कहीं नामालुम जगह पर ले जाकर उनके गर्भ में पल रहे भ्रूण लिंग जांच करवाने का काम करता है. 


इस मामले में दो गिरफ्तार हो चुके हैं, 5 के खिलाफ केस दर्द किया गया है और जांच करने वाले डॉक्टर सहित तीन की तलाश जारी है. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है.


Input: विपिन शर्मा