कैथल में जाम लगाकर की खुदकुशी के लिए उकसाने वाले पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग
सीआईए-टू पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर गांव भागल के पास होशियार सिंह की आत्महत्या के मामले ने टूल पकड़ लिया है. जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और मांग की कि जब तक सीआईए पुलिस के सभी कर्मचारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक शव को नहीं लेंगे.
कैथल: सीआईए-टू पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर गांव भागल के पास होशियार सिंह की आत्महत्या के मामले ने टूल पकड़ लिया है. जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और मांग की कि जब तक सीआईए पुलिस के सभी कर्मचारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक शव को नहीं लेंगे. ग्रामीण इतने क्रोधित थे कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा मनाने पर भी नहीं माने और अपनी मांगों पर अड़े रहे. इसके बाद ग्रामीणों ने सर छोटू राम चौक पर जाम लगा दिया.
बता दें कि कैथल पुलिस मोबाइल चोरी में होशियार सिंह के बेटे को घर से उठा लाई थी और उसे रातभर थाने में रखा. जब होशियार ग्रामीणों के साथ थाने पहुंचा तो एएसआई प्रदीप और अन्य पुलिसकर्मियों ने होशियार सिंह को जमकर किया. आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने होशियार को थाने में लाकर बेटी के कपड़े उतारने की धमकी दी, जिसे होशियार बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने पेड़ से लटककर खुदकुशी कर ली.
बिना वर्दी के घर आए थे पुलिसकर्मी
होशियार की बेटी ने रोकर मीडिया क सामने अपना दर्द बयां किया. उसका कहना है कि जो पुलिसकर्मी उसके पिताजी की मौत के जिम्मेदार है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. लड़की ने बताया कि जब पुलिसकर्मी मोबाइल चोरी के आरोप में उसके भाई को पकड़ने आए, उस समय उन्होंने वर्दी नहीं पहनी थी.
पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस वाले बेटे को छोड़ने के एवज में पैसे मांग रहे थे. जाम की सूचना मिलने के बाद कैथल के डीएसपी विवेक चौधरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया और लगभग 2 घंटे बाद ग्रामीणों ने जाम हटा दिया.