Karnal News: करनाल जिले भर के लिपिकों का जिला सचिवालय परिसर के बाहर धरना प्रदर्शन चल रहा है. जिलेभर के सरकारी कार्यालयों के सभी विभागों में कार्यरत लिपिक, क्लेरिकल एसोसिएशन के बैनर तले 5 जुलाई से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. वेतनमान बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदेश के सभी विभागों के लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल 5 जुलाई से चल रही है.


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सरकारी विभागों में कार्यरत वर्ग के कर्मचारी प्रदेश भर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में करनाल जिला सचिवालय के बाहर सभी सरकारी विभागों में कार्यरत जिले भर के लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 5 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है. लिपिकीय कर्मचारी अन्य मांगों के साथ मुख्य रूप से सम्मानजनक वेतनमान 35 हजार 4 सौ की मांग कर रहे हैं. मौजूदा समय में लिपिकीय कर्मचारीयों को मिलने वाला वेतनमान लगभग 19 हजार है.


प्रदर्शन के दौरान बात करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आंकड़ा सहायक के रूप में कार्यरत संजीव शर्मा ने बताया कि प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी के आवाहन पर सम्मानजनक वेतन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. यह अनिश्चितकालीन धरना जब तक जारी रहेगा, तब तक सरकार लिपकीय पद पर कार्यरत कर्मचारियों का मूल वेतन मान 35,400 रुपये नही कर देती. 


उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में कितने कम वेतन में किसी के परिवार का गुजारा करना बेहद मुश्किल है. मौजूदा सरकार जन कल्याण की योजनाएं लेकर आ रही है और इसी के चलते उन्होंने अपना मूल वेतनमान बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि फिलहाल ये शुरुआत है. यदि सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो हो सकता है कि यह धरना लंबे समय तक चले, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि जब सरकार का कार्य बाधित होगा तो वह अवश्य उनकी मांग को पूरा करेंगे. मांग को लेकर कर्मचारियों में काफी दोष है. उन्होंने बताया कि आज की धरने में करनाल के सभी विभागों के लिए कर्मचारी शामिल हैं.


उन्होंने ने कहा कि सरकार द्वारा उन्हें 4 जुलाई तक का समय दिया गया था. बावजूद इसके सरकार ने कर्मचारियों की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण उन्होंने अपने सभी साथी कर्मचारियों का आवाहन करते हुए अनिश्चितकालीन धरने पर आना पड़ा.


Input: Kamarjeet Singh