Karnal Doctors Protest: करनाल में प्रदेशभर के आरएमपी डॉक्टर (RMP Doctor) अपनी मांगों को लेकर पिछले लगभग 21 दिनों से लघु सचिवालय परिसर के बाहर धरने पर बैठे हैं. आरएमपी डॉक्टर्स की मांग है कि सरकार ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा के रूप में मान्यता प्रदान करें ताकि उन्हें रात दिन समाज की सेवा करने के दौरान बेवजह अधिकारी परेशान ना करें.


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आरएमपी डॉक्टर्स के धरने के समर्थन में कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह और जिला प्रभारी लहरी सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में कांग्रेस कर्यकर्ता मौजूद रहे. आरएमपी डॉक्टर के समर्थन में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा.


कांग्रेस नेता त्रिलोचन सिंह ने कहा कि इन आरएमपी डॉक्टर को सरकार ने कोरोना काल के दौरान फूल मालाएं पहनाकर कोरोना वॉरियर्स के रूप में सम्मानित किया था, लेकिन आज उन्हीं आरएमपी डॉक्टर पर सरकार सीएम फ्लाइंग के द्वारा छापेमारी कर उन्हें परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि आरएमपी डॉक्टर दिन रात प्राथमिक चिकित्सा के रूप में समाज के लोगों की सेवा कर रहे हैं. 


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उन्होंने कहा कि सरकार को इनकी मांगों को मानते हुए इन्हें प्राथमिक चिकित्सक के रूप में मान्यता देनी चाहिए.  साथ ही अगर जरूरत हो तो इन्हें इनके व्यवसाय से संबंधित ट्रेनिंग भी देनी चाहिए, जिससे कि यह समय पर जरूरतमंद व्यक्ति का प्राथमिक इलाज कर सकें. कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठे आरएमपी डॉक्टर के समर्थन में प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.


त्रिलोचन सिंह ने कहा कि 2004 से पारित स्वास्थ्य देख-रेख कर्मकार विधेयक में संशोधन कर प्रदेश के सभी डॉक्टर्स को बिना भेदभाव के प्राथमिक इलाज करने की अनुमति जाए. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा डॉक्टर्स पर दर्ज मुकदमे वापिस किए जाए और साथ ही सीएम विंडो के नाम पर दर्ज शिकायतों के आधार पर शिकायतों को जल्द से जल्द वापस लिया जाए. 


INPUT: KAMARJEET SINGH