Kisan Andolan: शंभू बॉर्डर पर बढ़ी टेंशन, किसानों ने पुलिस पर लगाया फायरिंग का आरोप
Advertisement

Kisan Andolan: शंभू बॉर्डर पर बढ़ी टेंशन, किसानों ने पुलिस पर लगाया फायरिंग का आरोप

Farmers Protest: कल देर रात शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच हुए टकराव के बाद सुबह होते ही स्थिति फिर बिगड़ गई. सुरक्षा घेरा तोड़ने का प्रयास कर रहे किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. वहीं किसानों द्वारा पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करने का भी आरोप लगाया गया. 

Kisan Andolan: शंभू बॉर्डर पर बढ़ी टेंशन, किसानों ने पुलिस पर लगाया फायरिंग का आरोप

Farmers Protest: शंभू बॉर्डर में मंगलवार की दोपहर से किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच शुरू हुई झड़प देर रात तक जारी रही. रात को कई किसानों ने बॉर्डर को पार करने का प्रयास किया, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाही में 100 से अधिक लोग जख्मी हो गए, इसमें से कुछ किसानों ने बॉर्डर की सड़क पर ही अपना उपचार कर लिया और फिर से प्रदर्शन का हिस्सा बन गए. वहीं कुछ लोगों को इलाज के लिए अंबाला के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया. सुबह होते ही एक बार फिर शंभू बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच टकराव शुरू हो गया. 

पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
मंगलवार के शुरू हुए किसान आंदोलन के दूसरे दिन सुबह से बवाल की खबरें सामने आ रही हैं. प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा सुरक्षा घेरा तोड़ने का प्रयास किया गया, जिसके जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. इस कार्रवाही में कई लोग घायल हो गए. 

 

ये भी पढ़ें- Farmers Protest: कंटीरे तार,  बैरिकेड्स और सीमेंट के ब्लॉक, छावनी में तब्दील हुआ सिंघु-टिकरी बॉर्डर

मंगलवार को भी हुआ हंगामा
अंबाला के शंभू बॉर्डर पर कल दोपहर से शुरू हुआ कोहराम रातभर जारी रहा. ऐसे में कुछ किसान थक-हारकर जहां जगह मिली वहीं सो गए. वहीं कुछ किसान ऐसे भी थे, जिन्होंने देर रात तक बॉर्डर पार करने का प्रयास जारी रखा. किसान रात को ही बॉर्डर पार करके हरियाणा की सीमा में दाखिल होना चाहते थे, लेकिन हरियाणा पुलिस की तरफ से रातभर इन किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले फेंके गए. किसानों का आरोप है कि पुलिस ने इन लोगों पर सीधे फायर भी किया है. एक किसान कई रबड़ की बुलेट लगने की वजह से गंभीर रूप से घायल भी हो गया. प्रदर्शनकारी किसान अपने साथ एंबुलेंस सेवा लेकर चले थे और वह रात भर घायल किसानों को मलहम पट्टी करते हुए दिखाई दिए. एक तरफ किसानों का उपचार चल रहा था तो वहीं जो वृद्ध किसान थे वह थक-हार कर नींद के आगोश में चले गए. कहीं जमीन पर तो कहीं ट्रॉली पर किसान सोते हुए नजर आए.

 सभी किसान अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए ही यहां पहुंचे हैं, इन लोगों ने आज सुबह होने के बाद फिर से दिल्ली की तरफ कूच करने की बात कही है. हालांकि, एक मीटिंग के बाद यह निर्णय लिया जाएगा और फिर किसान दिल्ली की तरफ कूच करेंगे. किसानो की माने तो वह जब घर से निकले थे तो सर पर कफन बांधकर निकले हैं, ऐसे में हरियाणा सरकार उनको चाह कर भी नहीं रोक सकती. किसान अब आर पार की लड़ाई के मूड में हैं, कहीं न कहीं शंभू बॉर्डर का माहौल ऐसा लग रहा है, जैसे दो देशों के बीच में जंग छिड़ गई हो.

Input- Aman Kapoor

 

 

 

Trending news