Farmers Protest: 28 फरवरी को किसान यहां निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च, PM-CM के नाम सौंपेंगे ज्ञापन
Farmers Protest Update: 28 फरवरी को सोनीपत के खरखौदा की अनाज मंडी में ट्रैक्टरों के साथ एकत्रित होकर जय जवान और जय किसान के नारे के साथ बाईपास का चक्कर लगाया जाएगा और इसके बाद एसडीएम खरखौदा के माध्यम से मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया जाएगा.
Haryana Farmers Protest: रविवार को सोनीपत खरखौदा के गांव सिसाना में दहिया खाप के चबूतरे पर एक पंचायत हुई. जिसमें वेद प्रकाश उर्फ बेदी ने किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि हम कई दिन पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर रहकर आए हैं. वहां पर हमारे ऊपर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, लेकिन हमने किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाया. क्योंकि वहां हमारे साथ मौजूद बुजुर्ग ही हाथ जोड़कर हमे ऐसा करने से मना कर देते थे. पहली ऐसी सरकार देखी जो भाई का भाई से और जाति को जाति से भिड़ाने का काम करती है. किसानों को एमएसपी नहीं दे रही है. किसानों की यह जायज मांग है.
उन्होंने कहा कि आज हम दहिया खाप के चबूतरे पर आए हैं. यहां पर कोई ऐसा निर्णय लें कि जो हमारे साथी आंदोलन में गए हुए हैं. उन तक यह संदेश पहुंचे कि उनके भाई हमारे साथ हैं. प्रशासन से कहना चाहते हैं कि हम यहीं हैं, हमें उठा ले जाओ. हम जेल जाने से नहीं डरते, मैं खनौरी बॉर्डर पर था, मेरे बच्चे यह बोल रहे थे कि पापा हम भी वहां पर आ जाते हैं. आप भी अपनी औलाद को जगाओ. अब तुम शेर हो, हमें एमएसपी चाहिए. आप सभी एकजुट हा जाओ और कोई निर्णय लो, जो निर्णय आप लोग लेंगे वह हमें मान्य होगा.
इस दौरान बिजेंद्र उर्फ ढीलू व पूर्व दहिया खाप प्रधान के बेटे व कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ भाषणबाजी से काम नहीं चलेगा. राजनीति का त्यागना पड़ेगा. सभी भाईयों का दुख देखा, किसान सक्षम है, मजबूत है, राजनीति तो मैं भी कर लू, लेकिन राजनीति की जगह राजनीति हाती है और भईचारे की जगह भईचारा हाता है. आज सभी मजूदर किसान एक होकर इस आंदोलन को आगे बढ़ाने का काम करें. यह सरकार गुंगी-बहरी हो चुकी है, ना सुनाओंगे तो सरकार सुनेगी नहीं.
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शक्ति दहिया सिसानावासी ने कहा कि दो गुजरातियों ने पूरे देश को दो गुजरातियों को ही बेच दिया है. अडानी और अंबानी दोनों गुजरात के, जो पैसे लेकर भागे हुए हैं वह भी गुजरात के और अमित शाह और मोदी भी गुजरात के ही हैं. इनकी एक ऐसी टीम बनी हुई है कि हिंदुस्तान में कुछ मत छोड़ो, दो आदमी रुखाली करो और दो आदमी सब कुछ प्राइवेट करने का काम करो. हमारे आदमियों को जिस तरीके से मारा पीटा गया अगर हरियाणा में यह काम होता, या तो हम डरकर अपने घर के अंदर बैठ जाते या उनको भी काट देते या खुद कट जाते. बहुत ही मेहरबानी मानो पंजाबवालों की उनकी सहनशक्ति है, हम उनके जितने सहनशील नहीं है.
इसके बाद भी अलग-अल वक्ताओं ने कहा कि आज किसान की दशा की जिम्मेदार यह सरकार है. हमें यह सरकार बदलनी होगी, आज रास्ता किसान ने नहीं बल्कि सरकार ने रोका हुआ है. हमें यह सरकार ही बदलनी होगी. इस दौरान हाइटेशन तारों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. जिसके बाद फैसला लिया कि 28 फरवरी को शहर खरखौदा की अनाज मंडी में ट्रैक्टरों के साथ एकत्रित होकर जय जवान और जय किसान के नारे के साथ बाईपास का चक्कर लगाया जाएगा और इसके बाद एसडीएम खरखौदा के माध्यम से मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन दिया जाएगा.
Input: Sunil Kumar