Trending Photos
Delhi Vidhan Shabha Election 2025: दिल्ली चुनाव में मध्य दिल्ली की सीटें हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं. इनमें से एक प्रमुख सीट वजीरपुर है, जो चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र में आती है. इस सीट का चुनावी इतिहास और वर्तमान परिदृश्य इसे एक महत्वपूर्ण राजनीतिक अखाड़ा बनाते हैं.
आम आदमी पार्टी का दबदबा
पिछली दो बार से आम आदमी पार्टी (आप) ने वजीरपुर सीट पर विजय प्राप्त की है. इस बार भी आप हैट्रिक लगाने के इरादे से चुनावी मैदान में उतर रही है. इसके विपरीत, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस इस बार आप के तिलिस्म को तोड़ने के लिए पूरी ताकत से तैयार हैं.
ये भी पढ़ें: Delhi Election: कालकाजी मंदिर में दर्शन के बाद आतिशी करेंगी रैली, फिर भरेंगी नामांकन
पिछले चुनावों का विश्लेषण
2020 में वजीरपुर विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के राजेश गुप्ता ने जीत हासिल की थी. उन्होंने भाजपा के महेंद्र नागपाल को 11,690 वोटों के अंतर से हराया. कांग्रेस के उम्मीदवार हरिकिशन जिंदल को केवल 3,501 वोट मिले. इस चुनाव में कुल 1,81,241 वोटर्स में से 1,09,654 ने मतदान किया, जो कि लगभग 60 प्रतिशत मतदान था.
2015 का चुनाव और परिणाम
2015 के विधानसभा चुनाव में भी राजेश गुप्ता ने भाजपा के महेंद्र नागपाल को हराया था. उस चुनाव में राजेश गुप्ता को 61,208 वोट मिले थे, जबकि भाजपा के महेंद्र नागपाल को 39,164 वोट मिले थे. कांग्रेस के हरिशंकर गुप्ता को 8,371 वोट मिले.
वजीरपुर सीट पर 1993 में हुआ थे पहली बार चुनाव
वजीरपुर विधानसभा सीट पर पहली बार 1993 में चुनाव हुए थे, जब कांग्रेस के दीप चंद बंधु ने जीत हासिल की थी। उन्होंने 1998 के चुनाव में भी अपनी लगातार दूसरी जीत दर्ज की थी। लेकिन 2003 में भाजपा ने कांग्रेस को हराकर यह सीट जीत ली.
भाजपा और कांग्रेस का चुनावी संघर्ष
भाजपा के मांगे राम गर्ग ने यहां से चुनाव जीता, लेकिन 2008 में उन्हें कांग्रेस के हरिशंकर गुप्ता के हाथों हार का सामना करना पड़ा. साल 2013 में आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद वजीरपुर की राजनीति में बदलाव आया.
भविष्य की संभावनाएं
साल 2015 में आम आदमी पार्टी ने राजेश गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया, और उन्होंने भाजपा के महेंद्र नागपाल को हराकर यह सीट वापस जीत ली. इसके बाद 2020 में भी वही चुनावी संघर्ष दिखाई दिया और राजेश गुप्ता ने भाजपा के महेंद्र नागपाल को हराया. इस बार वजीरपुर की राजनीति में क्या बदलाव आएगा, यह देखना दिलचस्प होगा.