Karan Dev Kamboj: पूर्व मंत्री को मनाने उनके गांव पहुंचे सीएम की 'गजब बेइज्जती', अनदेखा कर दिखाए बगावती तेवर
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Karan Dev Kamboj: पूर्व मंत्री को मनाने उनके गांव पहुंचे सीएम की 'गजब बेइज्जती', अनदेखा कर दिखाए बगावती तेवर

Karan Dev Kamboj Resign: बीजेपी की पहली लिस्ट में अपना टिकट कटने से नाराज मनोहर लाल की कैबिनेट में मंत्री रह चुके करण देव ने पत्र लिखकर बीजेपी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.

Karan Dev Kamboj: पूर्व मंत्री को मनाने उनके गांव पहुंचे सीएम की 'गजब बेइज्जती', अनदेखा कर दिखाए बगावती तेवर

Haryana Election 2024: विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी की पहली लिस्ट आते ही जैसे बवाल मच गया. पार्टी में वर्षों से जुड़े नेता बगावत पर उतर आए हैं. अब ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री करण देव कंबोज को ही ले लीजिए। पार्टी ने जैसे ही उनका टिकट काटकर दूसरे नेता पर भरोसा जताया तो वह आग बबूला हो गए. इतना ही नहीं उन्होंने अपने गांव पहुंचे सीएम को भी अनदेखा कर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी. 

दरअसल करण देव 2014 में इंद्री सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन 2019 के चुनाव में बीजेपी ने उन्हें इंद्री के बजाय रादौर से चुनाव लड़ाया, लेकिन ये चुनाव वे हार गए थे. इस बार बीजेपी ने इंद्री सीट से रामकुमार कश्यप और रादौर से श्याम सिंह राणा को प्रत्याशी बनाया है. पार्टी के फैसले से नाराज करण देव कंबोज ने गुरुवार को पत्र लिखकर पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.

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पत्र में उन्होंने लिखा कि अब पार्टी में नुकसान करने वाले गद्दारों को तव्वजो दी जाती है. भारतीय जनता पार्टी अब पंडित दीन दयाल उपाध्याय तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी वाली भाजपा नहीं रहीं. अनुशासित पार्टी कहे जाने वाली भाजपा को शायद अब वफादारों की आवश्यकता नहीं है. टिकट न मिलने से नाराज पूर्व राज्यमंत्री करण देव कंबोज ने शुक्रवार को कंबोज धर्मशाला में सुबह 9 बजे बैठक बुलाने की घोषणा की. इसके बाद जैसे ही ये मामला सीएम नायब सिंह सैनी तक पहुंचा तो वह करण देव के गांव मंधार उन्हें मनाने पहुंच गए. बताया गया कि यहां करण देव के समर्थकों से सीएम को खरी खोटी सुनाई. 

नहीं मिलाया मुख्यमंत्री से हाथ 

इस दौरान एक समय ऐसा भी आया जब कारन देव ने सीएम को अनदेखा कर अपनी जताई. दरअसल हुआ ये कि नायब सैनी और पार्टी के अन्य नेता कर्णदेव के आने का इंतजार कर रहे थे. इस बीच जब पूर्व मंत्री नायब से मिलने पहुंचे तो सीएम ने उनसे हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन अपने दोनों हाथ जोड़कर पहुंचे कर्णदेव ने सीएम से हाथ नहीं मिलाया और उन्हें लगभग अनदेखा कर अपनी कुर्सी पर जा बैठे. सीएम ने कई मुद्दों पर कर्णदेव को समझाने  की कोशिश की है. 

कब कितने वोट मिले 

बता दें कि करण देव कंबोज को 2014 में इंद्री सीट से चुनाव लड़ने के दौरान 45756 वोट मिले थे. वहीं रादौर सीट से चुनाव के दौरान उन्हें 51546 मिले थे. वह अपने निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी बिशन लाल से मात्र 2541 वोट से हार गए थे. इस बार पार्टी ने रादौर से उनका टिकट काटकर श्याम सिंह राणा को प्रत्याशी बनाया है. 

इनपुट: कुलवंत सिंह 

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