Congress: लोकसभा चुनाव में बीजेपी सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए कांग्रेस, जदयू समेत विपक्षी दलों ने INDI गठबंधन बनाया है. आज इसकी दिल्ली बैठक दिल्ली में हुई. इससे पहले कांग्रेस ने 5 सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति का गठन किया है. ये समिति विपक्षी दलों के साथ मिलकर आगामी   चुनाव में सीट शेयरिंग के अलावा बाकी मामलों पर चर्चा करेगी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांग्रेस आलाकमान ने इस नेशनल अलायंस कमेटी में जो पांच नाम शामिल किए हैं, उनमें मुकुल वासनिक, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश शामिल हैं. मुकुल वासनिक को समिति का संयोजक बनाया गया है. इसके अलावा राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश सदस्य होंगे.



दरअसल पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सुझाव पर विपक्षी एकता को नए सिरे से परिभाषित करते हुए 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक हुई थी. इस बैठक में शामिल सभी दलों ने एक दूसरे से पुराने गिले शिकवे दूर करने की कोशिश हुई.  पटना से जब बात आगे बढ़ी तो विपक्षी पार्टियों ने दूसरी बैठक बेंगलुरु में 17—18 जुलाई को हुई. इसी बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन को INDIA (Indian National Developmental Inclusive Alliance) नाम दिया गया. ये भी तय हुआ कि आगामी आम चुनाव विपक्षी दल इंडिया के बैनर तले ही लड़ेंगे. 


कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने पर बनी सहमति 
इसके बाद विपक्षी दलों की बैठक का कारवां मुंबई भी पहुंचा. 1 सितंबर को हुई इस बैठक में मुंबई की बैठक में INDIA  की एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाए जाने पर सहमति बनी. इस समिति में कांग्रेस से केसी वेणुगोपाल, आम आदमी पार्टी से राघव चड्ढा, जेडीयू से ललन सिंह, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके से सीएम एमके स्टालिन, शिवसेना से संजय राउत, राजद से तेजस्वी यादव, टीएमसी से अभिषेक बैनर्जी, झारखंड मुक्ति मोर्चा से सीएम हेमंत सोरेन, नेशनल कांफ्रेंस से उमर अब्दुल्ला और पीडीपी से महबूबा मुफ्ती को जगह दी गई. 


मुंबई की बैठक में यह भी तय हुआ था कि 2 अक्टूबर को विपक्षी दलों के नेता राजघाट पर मिलकर एकजुटता का परिचय देंगे. इसके बाद पांच राज्यों में चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने 6 दिसंबर को INDI Alliance की बैठक बुला  ली, लेकिन कई दलों के नेताओं के आने में असमर्थता जताने के बाद बैठक को टाल दिया गया था. अब जाकर आज दिल्ली में गठबंधन की बैठक हो रही है. उम्मीद है ​कि कुछ मसलों पर सहमति बन सकती है.