Kiran Choudhry News: हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस में गुटबाजी और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा को लेकर चर्चा जोर पकड़े हुए है. टिकट बंटवारे को लेकर उनकी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह से नाराजगी किसी से छिपी नहीं है. इस बीच जब बीजेपी ने  कांग्रेस सांसद के चुनाव प्रचार से दूर रहने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा था तो कांग्रेस आलाकमान ने तुरंत स्थिति को संभालने की कोशिश की. इसके बाद गुरुवार को कुमारी सैलजा करनाल के असंध में आयोजित पार्टी की रैली में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ मंच साझा करते दिखीं. इस दौरान उन्हें राहुल गांधी से बात भी करते देखा गया. राजनीतिक गलियारों में ये खबर भी उड़ रही है कि सिरसा की सांसद चुनाव बाद बीजेपी में शामिल हो सकती हैं और इस काम में किरण चौधरी सत्ताधारी पार्टी की मदद कर सकती हैं. हालांकिकिरण चौधरी ने गुरुवार को कहा, वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकती.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: Delhi News: एलजी ने रात में चुनाव कराने के दिए आदेश, सिसोदिया बोले-हमें समझ आ गया असली खेल


दरअसल हरियाणा में कांग्रेस दो गुटों (भूपेंद्र हुड्डा और कुमारी सैलजा) में बंटी थी. किरण चौधरी के बीजेपी में शामिल होने से पहले उनके गुट को SRK (सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी) नाम दिया गया था. गुरुवार को कुमारी सैलजा से जुड़े एक सवाल पर किरण चौधरी ने कहा कि कुछ ऐसे विषय हैं, जिन्हें पब्लिक डोमेन में नहीं लाया जा सकता. वह इस बारे में कोई जिक्र नहीं कर सकतीं. 


कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं 


सैलजा को भाजपा में लाने के सवाल पर किरण चौधरी ने कहा, चर्चाएं चलती रहती हैं. उनके और सैलजा के बहुत अच्छे संबंध हैं. हमने मिलकर कांग्रेस में काम किया, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पूरे सिस्टम को अपने कब्जे में ले लिया. बीजेपी नेता ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा ने उभरती हुई कांग्रेस को खत्म कर दिया.  रणदीप और सैलजा को अलग-थलग कर दिया. कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए किरण चौधरी ने कहा, हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी कोई नई बात नहीं है. टिकट बंटवारे के बाद कुमारी सैलजा की नाराजगी जगजाहिर है. उन्होंने कहा, बापू-बेटा (भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा) कांग्रेस के हर कद्दावर नेता का काम तमाम करने में लगे हैं. मेरे साथ भी ऐसा ही करते थे,  लेकिन मैं तो इन्हें मुंहतोड़ जवाब देती थी.


ये भी पढ़ें: Elvish Yadav: ED ने अटैच की Elvish यादव और फाजिलपुरिया की करोड़ों की प्रॉपर्टी


पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव क्यों लड़ रहे नेता 
हरियाणा में चुनाव प्रचार को लेकर किरण ने कहा कि टिकट बंटवारे में पिता-पुत्र ने अपनों के साथ ही वादाखिलाफी की, जिसके चलते इन्हीं के नेता निर्दलीय खड़े हो गए. ये लोग अब सत्ता हथियाने के चक्कर में हैं। इनके प्रत्याशी खुलेआम नौकरियों में पर्ची और खर्ची चलाने की बातें करते हैं. मतलब ये है कि अगर  इन्हें मौका मिला तो खुलेआम भ्रष्टाचार करेंगे. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि ये लोग वही हैं जिन्होंने किसानों से जमीन सस्ते दामों में हड़पकर बिल्डरों को महंगे दामों में देकर मोटा मुनाफा कमाया.