Delhi News: राजधानी दिल्ली के सिविल लाइन इलाके के खैबर पास में रह रहे हजारों लोग जल्द ही बेघर हो सकते हैं. LNDO के अधिकारियों ने घर खाली करने का नोटिस दिया है. जिन लोगों को घर खाली करने का नोटिस मिली है उसमें एक नाम मनु भाकर और सरबजोत सिंह को पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक दिलाने वाले राष्ट्रीय पिस्टल शूटिंग कोच समरेश जंग का भी. देश को ओलंपिक में पदक दिलाने वाले कोच जल्द ही बेघर हो सकते हैं. इससे पहले उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने वाले रैट माइनर वकील हसन वकील हसन के घर पर भी DDA का बुलडोजर चल चुका है. इसके बाद उन्हें घर पाने के लिए काफी जद्दोजहत करनी पड़ी. दिल्ली विधानसभा में भी ये मुद्दा उठाया जा चुका है.


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क्या है पूरा मामला
राजधानी दिल्ली के सिविल लाइन खैबर पास इलाके में रहने वाले लोगों को बेदखली का नोटिस मिला है. यह नोटिस आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के भूमि और विकास कार्यालय (LNDO) द्वारा जारी किया गया है, जिसमें दावा किया गया था कि जिस भूमि पर खैबर कॉलोनी स्थित है, वह रक्षा मंत्रालय की है. जिसे अब खाली कराया जा रहा है. 


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75 साल से रह रहा परिवार
LNDO द्वारा घर खाली करने का नोटिस मिलने के बाद मनु भाकर के कोच समरेश जंग ने कहा कि उनका परिवार इस जगह पर पिछले 75 साल से रह रहा है. अब अचानक पूरी कॉलोनी को अवैध घोषित कर दिया गया और लोगों को एक दिन में घर खाली करने के लिए कहा गया है. जंग ने कहा कि एक दिन में घर खाली करना संभव नहीं है लोगों को और समय मिलना चाहिए. 


मान के बदले चला बुलडोजर
पेरिस ओलंपिक में देश को पदक दिलाने वाले कोच को वापस आते ही बेखर होने का नोटिस तोहफे के रूप में मिला है. दरअसल, ये कोई पहली बार नहीं है जब राजधानी दिल्ली में देश का मान बढ़ाने के बाद किसी को बेखर होना पड़ा हो. इससे पहले उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने वाले रैट माइनर वकील हसन के घर पर भी DDA का बुलडोजर चल चुका है . अब शूटिंग कोच समरेश जंग पर बेखर होने का खतरा मंडरा रहा है.


9 अगस्त तक टली कार्रवाई
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक खैबर पास में डिमोलेशन की कार्यवाई को 9 अगस्त तक टाल दिया गया है. स्वतंत्रता दिवस की तैयारी की तैयारियों की वजह से ये फैसला लिया गया है. इससे वहां रहने वाले लोगों को थोड़ा समय जरूर मिल गया है, लेकिन उन्हें अपना आशियाना छोड़कर जाना ही पड़ेगा.