MBBS छात्रों के हक में बोले अभय सिंह चौटाला, कहा बांड पॉलिसी के अंदर जो शर्तें रखी गई हैं वो किसी भी रूप में छात्रों के हक में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर बेरोजगारी की लाइव तस्वीर देखनी है तो हरियाणा के सभी जिलों के बस अड्डों पर देखी जा सकती है. जहां लाखों की तादाद में बेरोजगार युवा नौकरी के लिए अनिवार्य सीईटी का पेपर देने के लिए खड़े हैं.
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विनोद लांबा/चंडीगढ़ः इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा भाजपा सरकार द्वारा MBBS में दाखिला लेने के लिए लागू की गई बांड पॉलिसी के तहत छात्रों से 40 लाख के बांड लेने के खिलाफ पीजीआई रोहतक में प्रदर्शन कर रहे मेडिकल के छात्र और छात्राओं को आधी रात में घसीट कर जबरदस्ती हिरासत में लिया जाना और सभी छात्रों पर एफआईआर दर्ज करने जैसी ज्यादतियां करने को बेहद शर्मनाक और निंदनीय बताया.
इसी के साथ प्रदर्शन कर रहे छात्रों का समर्थन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़े और मेडिकल छात्रों की जो मांगें हैं उनको माने. 40 लाख रुपये की बांड पॉलिसी वाली शर्त को तुरंत प्रभाव से खत्म किया जाए ताकि गरीब घर के योग्य बच्चे भी डॉक्टर बन सकें. इनेलो नेता ने कहा कि बांड पॉलिसी के अंदर जो शर्तें रखी गई हैं वो किसी भी रूप से छात्रों के हक में नहीं हैं. बांड पॉलिसी के अनुसार, MBBS पूरी करने के बाद छात्रों को राज्य सरकार कोई जॉब सिक्योरिटी नहीं दे रही.
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उन्होंने कहा कि दूसरा पीजी कोर्स करने के लिए अभी तक भाजपा सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार के दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं, तीसरा 7 साल के लिए बांड भरवाना किसी भी रूप में न्यायसंगत नहीं है. इससे MBBS कर रहे छात्रों के उच्चतम शिक्षा पर असर पड़ेगा. साथ ही उनकी उन्नति और माईग्रेशन का भी नुकसान होगा. बांड में कांट्रेक्चुअल एम्पलाईमेंट वाली शर्त भी आपत्तिजनक है. भाजपा सरकार MBBS करने वाले छात्रों से बांड की आड़ में जबरदस्ती लाखों में फीस की वसूली कर रही है.
उन्होंने आगे कहा कि इनेलो पार्टी भाजपा सरकार द्वारा MBBS कर रहे छात्रों पर किए जाने वाले अत्याचारों की भत्र्सना करती है और छात्रों की मांगों का पूर्ण रूप से समर्थन करती है. अभय सिंह चौटाला ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर बेरोजगारी की लाइव तस्वीर देखनी है तो हरियाणा के सभी जिलों के बस अड्डों पर देखी जा सकती है जहां लाखों की तादाद में बेरोजगार युवा नौकरी के लिए अनिवार्य सीईटी का पेपर देने के लिए खड़े हैं लेकिन सरकार की तरफ से उनके लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए जो कि बेहद शर्मनाक है. भाजपा सरकार ने एग्जाम सेंटर गृह जिले में बनाने का वायदा किया था लेकिन 200 किलोमीटर दूर सेंटर बनाकर प्रदेश के युवाओं के साथ वायदाखिलाफी की है.