नई दिल्ली : एमसीडी चुनाव की सरगर्मियों के बीच ज़ी मीडिया का चुनावी चौराहे पर लोगों ने विकासपुरी वार्ड 103 की समस्याओं और पार्षदों के कामकाज का लेखाजोखा रखा. लोगों से जब उनकी समस्याएं पूछी गईं तो उनका कहना है कि जब वार्ड की समस्याओं को हम पार्षद के सामने रखते हैं तो वो फंड की कमी का हवाला देकर हाथ पीछे खींच लेती थीं. 


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बता दें कि इस वार्ड में बीजेपी की श्वेता साहनी पार्षद थीं. लोगों ने बताया कि काम बहुत देर में किए जाते हैं. समय पर नहीं होते. पार्क की सफाई नहीं होती.पार्षद ने माली नहीं रखे हैं. इतना ही नहीं सड़कों पर गड्ढे हैं और रही बची रेहड़ी पटरी वाले घेरे रहते हैं. अतिक्रमण की वजह से सड़क पर चलना दुश्वार हो गया है. वार्ड में पार्किंग फैसिलिटी भी नहीं है.


एक कॉल पर समस्या पर सुनवाई
सैनिक एन्क्लेव के वार्ड नंबर 112 में बीजेपी की नीलम कृष्ण पहलवान पार्षद रही हैं. चुनावी चौराहे पर जब इस वार्ड की दिक्कतों के बारे में सवाल किए गए तो स्थानीय लोग पार्षद के काम से बहुत खुश दिखाई दिए.



उनका कहना है कि साफ सफाई पर काफी ध्यान दिया गया है. सड़कों की हालत बहुत अच्छी है. एक कॉल पर समस्या पर सुनवाई होती है और समय पर ही निवारण होता है. स्ट्रीट लाइट ठीक हैं. यहां के लोग भी एक-दूसरे का साथ देते हैं. 


पुरुषों से ज्यादा महिलाएं चुनाव मैदान में 
250 वार्डों के लिए चुनाव 4 दिसंबर को होंगे, जबकि 7 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे. इस बार जांच के बाद राज्य चुनाव आयोग ने 1169 नामांकन रद्द कर दिए हैं. इसके बाद अब सिर्फ 1416 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए हैं. जिसमें 674 पुरुष व 742 महिलाएं हैं. कुल उम्मीदवारों में 31 प्रतिशत (439) उम्मीदवार निर्दलीय हैं.


बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने सभी 250 वार्डों में चुनाव के लिए उम्मीदवार खड़े किए हैं. वहीं तीन नामांकन रद्द होने के बाद अब  कांग्रेस 247 वार्डों में ही प्रतिद्वंद्वी को टक्कर दे पाएगी.